चेन्नइयन एफसी को दोबारा खिताब दिलाना मेरा लक्ष्य : चांग्ते

 चेन्नई, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)| यूरोप में अपनी किस्मत आजमाने के बाद लालियानजुआला चांग्ते स्वदेश लौट आए हैं।

 

 देश में मौजूद प्रतिभाशाली खिलाड़ियों में सबसे कम उम्र के चांग्ते अब हीरो इंडियन सुपर लीग में अपना ध्यान अपनी टीम चेन्नइयन एफसी पर लगाना चाहते हैं। यह पूछे जाने पर कि ऐसे में जबकि देश के लगभग सभी क्लब आपसे करार को इच्छुक हैं, आपने चेन्नइयन एफसी को क्यों चुना? इस पर चांग्ते ने कहा, “मुझे लगा कि यह मेरे लिए श्रेष्ठ टीम है। चेन्नइयन ने मुझ में सबसे अधिक रुचि दिखाई। इससे मुझे खुशी हुई। कोच ने भी मुझे फोन किया और कहा कि उनके फ्यूचर प्लांस क्या हैं। वह मेरे विकास में मेरी मदद करना चाहते हैं और इसी कारण मैं इस क्लब का शुक्रगुजार हूं।”

अपने यूरोपीयन ड्रीम को लेकर चांग्ते ने कहा, “नार्वे में वाइकिंग एफसी के साथ मेरा अनुभव शानदार रहा। अभी मैं चेन्नइयन एफसी पर ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं। मैं चाहता हूं कि मेरा क्लब फिर से आईएसएल खिताब जीते। एक खिलाड़ी के तौर पर मैं एक न एक दिन यूरोप में खेलने की इच्छा रखता हूं लेकिन अभी अभी मैं अपने क्लब और देश के लिए अभ्यास और प्रशिक्षण पर ध्यान लगाना चाहता हूं।”

चांग्ते ने कहा कि बेशक बीते सीजन में चेन्नइयन एफसी लीग तालिका में अंतिम रहा था लेकिन वह इस सीजन में शानदार वापसी करेगा। बकौल चांग्ते, “बीते सीजन में क्लब ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था लेकिन वह अब इतिहास की बात है। हमने कुछ नए खिलाड़ियों के साथ करार किया है और अभी टीम की हालत अच्छी है। स्टाफ काफी हम्बल है और टीम के साथ काफी मेहनत कर रहा है। सबसे जरूरी बात यह है कि हमारे पास एक ऐसा कोच है, जो खिताब जीत चुका है और क्लब को फिर से शीर्ष स्थान हासिल करने के लिए प्रेरित कर रहा है। और क्लब वहां पहुंचना डिजर्ब करता है। यही हम इस साल करना चाहते हैं। हमारी टीम अच्छी है और कोई कारण नहीं दिखता कि हम वापसी न कर सकें।”

चांग्ते दिल्ली डायनामोज के लिए भी खेल चुके हैं। अब अपना बेस दिल्ली से भुवनेश्वर शिफ्ट कर चुकी इस टीम के साथ अपने अनुभव को लेकर चांग्ते ने कहा, “दिल्ली की टीम ने मुझमें अपना भरोसा जताया था। वह मेरे लिए सच्चे ब्रेकथ्रू की तरह था। मैं इसके लिए शुक्रगुजार हूं। मेरे प्रति पूरे बैकरूम स्टाफ का रवैया काफी अच्छा था। मैं समझता हूं कि उनकी मदद के बगैर मैं आज वह नहीं बन पाता जो हूं।”

नए कोच इगोर स्टीमाक के साथ काम करने का अनुभव कैसा है? इसे लेकर चांग्ते ने कहा, “वह एक महान कोच हैं। वह खिलाड़ियों को समझते हैं। वह खिलाड़ियों के बीच प्रतिस्पर्धा की भावना जगा रहे हैं। इससे हर कोई अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करेगा और किसी को टीम में मुफ्त में जगह नहीं मिलेगी। अगर आप ट्रेनिंग ग्राउंड पर अच्छा करते हैं तो आप चाहें युवा हों या अनुभवी, आप खेलेंगे। वह हमारे अंदर की सबसे अच्छी बातें सामने ला रहे हैं।”