जानिये कौन खरीदना चाहता है फ्लिपकार्ट कंपनी को

नई दिल्ली :

दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी ऐमजॉन भारत के अपने प्रतिस्पर्धी फ्लिपकार्ट को खरीदने का ऑफर दे सकती है। फ्लिपकार्ट अभी दुनिया के सबसे बड़े रिटेल चेन वॉलमार्ट से गठजोड़ की बातचीत कर रहा है। दरअसल, ऐमजॉन और वॉलमार्ट, दोनों ही अमेरिकी कंपनियां हैं जो भारत के ऑनलाइन रिटेल स्पेस में अपना दबदबा कायम करने की कोशिश कर रही हैं।

फ्लिपकार्ट की डील

ऐमजॉन ने फ्लिपकार्ट के बड़े हिस्से की खरीदारी की संभावना तलाशने के लिहाज से शुरुआती चर्चा की, फ्लिपकार्ट की डील वॉलमार्ट के साथ होने की ज्यादा संभावना है। इस मामले से वाकिफ एक व्यक्ति ने रॉयटर्स से भी कहा कि ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट के बीच समझौते की संभावना बहुत कम है।

अभी ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट का इंडियन ऑनलाइन मार्केट पर दबदबा है। अगर ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट में डील हो जाती है तो यहां ऐमजॉन का एकछत्र साम्राज्य हो जाएगा। अभी ऐमजॉन , फ्लिपकार्ट और वॉलमार्ट ने इस मामले पे टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है ।

भारत के ई-कॉमर्स मार्केट में कदम रखने का मौका

वॉलमार्ट की बातचीत फ्लिपकार्ट में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की चल रही है। ऐसा हुआ तो वॉलमार्ट की विदेश में अब तक की सबसे बड़ी डील होगी। इस डील से वॉलमार्ट को भारत के ई-कॉमर्स मार्केट में कदम रखने का मौका मिल जाएगा। इंडियन ई-कॉमर्स मार्केट अगले 10 सालों में करीब 200 अरब डॉलर (करीब 130 खरब रुपये) का हो जाएगा। ऐमजॉन-फ्लिपकार्ट की डील से भारत में ऐमजॉन के लिए चुनौती बढ़ जाएगी जिसने यहां ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलिवरी के विस्तार के लिए 5 अरब डॉलर (करीब 325 अरब रुपये) निवेश करने जा रही है।

फ्लिपकार्ट की स्थापना

ऐमजॉन के पूर्व एंप्लॉयीज सचिन एवं बिन्नी बंसल ने साल 2007 में फ्लिपकार्ट की स्थापना की थी। दोनों की कंपनी में करीब 40 प्रतिशत हिस्सेदारी है। ऐमजॉन के संस्थापक जेफ बेजॉस जैसे ही बंसल भाइयों ने भी फ्लिपकार्ट की शुरुआत किताबें बेचने से की और फिर बड़ी तेजी से बिजनेस का विस्तार कर लिया। अब कंपनी स्मार्टफोन की फ्लैश सेल्स लाने के साथ-साथ सभी 11 कैटिगरीज में ऐमजॉन से प्रतिस्पर्धा कर रही है।