डायस्टोपिया पर एक एनएफटी कला प्रदर्शनी

नई दिल्ली, 24 अगस्त (आईएएनएस लाइफ)। एक ब्लॉकचैन संचालित कला पारिस्थितिकी तंत्र, टेरेनडॉटआर्ट, भारत के उभरते डिजिटल कलाकारों के कार्यों को प्रदर्शित करते हुए ड्रीम्सडॉटएक्सई नामक एक एनएफटी प्रदर्शनी पेश कर रहा है। एक ओपन कॉल के माध्यम से क्यूरेट की गई, इस प्रदर्शनी ने कलाकारों को डिजिटल स्पेस में डायस्टोपिया के अपने अद्वितीय ²ष्टिकोण के साथ प्रतिक्रिया देने के लिए आमंत्रित किया।

मंच के अनुसार, यह एक डिजिटल मार्केटप्लेस विकसित करने की प्रतिबद्धता में एक नया मील का पत्थर है। एक सहायक पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में जो दक्षिण एशिया से कला पर केंद्रित है, और डिजिटल कला की नई शब्दावली को प्रोत्साहित करता है। टेरेनडॉटआर्ट का डिजिटल मार्केटप्लेस कलाकारों का एक बढ़ता हुआ समुदाय है जो अतिरिक्त प्रोग्रामिंग और शैक्षिक पहलों के साथ-साथ डिजिटल स्पेस के साथ प्रयोग कर रहे हैं और उसमें नई जान फूंक रहे हैं।

ड्रीम्सडॉटएक्सई एक ऐसी वास्तविकता से जूझ रहे कलाकारों को एक साथ लाता है जो निरंतर प्रवाह में रहते हैं। वे नई तकनीकी वैश्विक व्यवस्था के तहत मौजूदा पदानुक्रमों को चुनौती देते हुए, रुकावट और हस्तक्षेप के साधन के रूप में डिजिटल का उपयोग करके ²श्य और वैचारिक अन्वेषण तैयार करते हैं। गंभीर अनिश्चितता के समय में अस्तित्वगत, पर्यावरणीय, सामाजिक और राजनीतिक इस प्रदर्शनी के कलाकार हमें आने वाले हजारों डायस्टोपिया के प्रस्ताव के साथ बांधते हैं।

इस प्रदर्शनी में सभी काम डिजिटल संस्करण और उनके भौतिक समकक्ष, पंजीकृत एनएफटी हैं। भारत में नया उभरता हुआ एनएफटी स्पेस कला में पारंपरिक सीमाओं के अतिक्रमण को प्रोत्साहित करता है, जो कि ड्रीम्सडॉटएक्सई के कलाकारों द्वारा विचार किए गए सोचने और बनाने के तरीकों में परिलक्षित होता है। टेरेनडॉटआर्ट की निदेशक और संस्थापक अपराजिता जैन कहती हैं, हम डिजिटल दुनिया में कदम रखने वाले युवा, उभरते कलाकारों के लिए टेरेनडॉटआर्ट प्लेटफॉर्म को खोलने के लिए उत्साहित हैं। इसके लिए संभावनाएं रोमांचक हैं, और हम इसे इमर्सिव वातार्लापों के साथ सक्रिय करने के लिए तत्पर हैं।

इस प्रदर्शनी में शामिल कलाकारों में अदिति अग्रवाल, ऐमन वर्मा, अनीशा बैद, एनेट जैकब, जो पॉल सिरिएक, मोक्ष कुमार, प्रणय दत्ता, प्रेरित जैन, सयाक शोम, सुभोज्योति सेन सरमा, सुधीर अंबासाना, सुल्ताना जाना और यशा श्रीवास्तव हैं।

–आईएएनएस

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