नीट के नतीजे घोषित, कल्पना कुमारी बनीं टॉपर

नई दिल्ली :सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने मेडिकल दाखिले की प्रवेश परीक्षा नीट 2018 के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं।

सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने मेडिकल-डेंटल कॉलेजों में दाखिले के लिए जरूरी प्रवेश परीक्षा नीट 2018 के नतीजे घोषित कर दिए हैं। मानव संसाधन मंत्रालय विभाग के सचिव अनिल स्वरूप ने अपने ट्विटर ये जानकारी दी है। प्रवेश परीक्षा 6 मई को आयोजित की गई थी जिसमें 13 लाख 26 हजार छात्रों ने हिस्सा लिया था।

13 लाख से ज्यादा कैंडिडेट्स ने दी NEET

इस साल NEET एग्जाम में 13,26,725 से ज्यादा कैंडिडेट्स ने हिस्सा लिया। इसमें 7,46,076 फीमेल कैंडिडेट्स और 5,80,648 कैंडिडेट्स शामिल हैं। जबकि एक ट्रांसजेंडर कैंडिडेट ने भी नीट एग्जाम दिया था। इस एग्जाम के लिए देशभर के 136 शहरों में 2,225 एग्जाम सेंटर्स बनाए गए थे। बता दें कि एग्जाम का रिजल्ट 5 जून तक डिक्लेयर किया जा सकता है और इसी के बाद आगे की प्रोसेस शुरू होगी।

पिछले साल का कट-ऑफ

गौरतलब है कि, प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर ही ऑल इंडिया मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी। इसके आधार पर CBSE रैंक देगा। 2017 में अनारक्षित श्रेणी के लिए क्वालिफाइंग पर्सेंटेज 50 प्रतिशत था और क्वालिफाइंग स्कोर 720 में 131 था। OBC/ SC/ ST श्रेणी के लिए यह स्कोर 107 था और क्वालिफाइंग पर्सेंटेज 40 प्रतिशत था। शारीरिक रूप से विकलांग उम्मीदवारों के लिए स्कोर 118 था।

नीट एग्जाम से जुड़ी 3 बड़ी बातें

साल 2016 से पहले तक मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम को ऑल इंडिया प्री-मेडिकल टेस्ट कहा जाता था। जिसमें गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेजों की 15% एमबीबीएस और बीडीएस की सीटों को भरा जाता था, जबकि बाकी की 85% सीटें स्टेट गवर्नमेंट अपने एंट्रेंस एग्जाम के जरिए भरती थी। इसके साथ ही प्राइवेट कॉलेज भी अलग से एंट्रेंस टेस्ट लेते थे। इतने सारे एग्जाम्स की जगह 2017 में NEET का कॉन्सेप्ट आया और इसी साल पहली बार देशभर में ये एग्जाम हुआ। इस एग्जाम के जरिए ही स्टूडेंट्स को प्राइवेट और गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन मिलता है। नीट एग्जाम के जरिए AIIMS, JIPMER और AFMC को छोड़कर बाकी सभी गवर्नमेंट और प्राइवेट मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में एडमिशन मिलता है।