पहली बार 2021 की जनगणना में एनपीआर तैयार होगा : शाह

नई दिल्ली, 23 सितम्बर (आईएएनएस)| केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि 2021 की जनगणना में पहली बार राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) तैयार किया जाएगा, जो डिजिटल होगा। शाह ने बताया कि 2021 की जनगणना अब तक की सबसे महंगी प्रक्रिया होगी, जिसमें कुल 12 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे।

शाह ने सोमवार को यहां जनगणना भवन की आधारशिला रखी। इस दौरान उन्होंने कहा कि 2021 में होने वाली 16वीं भारतीय जनगणना फरवरी 2021 तक जारी रहेगी और एक मार्च की मध्यरात्रि को समाप्त होगी।

मंत्री ने कहा कि जो जनगणना 1865 में कलम और कागज से शुरू हुई थी, वह 2021 में डिजिटल तरीके से होगी। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद होने वाली इस आठवीं जनगणना की प्रक्रिया में एक मोबाइल ऐप का इस्तेमाल किया जाएगा।

शाह ने कहा, “2021 की जनगणना में पहली बार एनपीआर तैयार किया जा रहा है। यह कानून एवं व्यवस्था, लैंगिक समानता जैसे कई मुद्दों को हल करने में मदद करेगा।”

लोगों से 2021 की जनगणना में पूरे उत्साह के साथ भाग लेने की अपील करते हुए उन्होंने कहा यह प्रक्रिया 16 भाषाओं में पूरी होगी, ताकि लोगों को संपूर्ण जानकारी ठीक से देने में सुविधा हो सके।

जनगणना भवन के बारे में बताते हुए मंत्री ने कहा कि यह सात मंजिला इमारत होगी, जिस पर 44 करोड़ रुपये की लागत आएगी। उन्होंने कहा कि इस इमारत को एक ग्रीन-बिल्डिंग अवधारणा पर बनाया जा रहा है और इसके 2021 तक पूरा होने की उम्मीद है।