समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि दोनों टीमों ने पिछले महीने नियमों और प्रक्रियाओं को अंतिम रूप देकर महत्वपूर्ण काम किया है। अब वह आगे की बातचीत करने के लिए तैयार है।
बयान में कहा गया, हमें उम्मीद है दोनों पक्ष बातचीत में उस रोडमैप को तैयार पर प्राथमिकता देंगे जो हिंसा में कमी लाएगा।
मंत्रालय ने आगे कहा है कि साल 2020 में अफगानिस्तान में शांति की दिशा में काफी प्रगति हुई है। इसमें अमेरिका-तालिबान शांति समझौते के पूरे होने और अंतर-अफगान वार्ता की शुरूआत शामिल है।
उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि साल 2021 में अफगानिस्तान में एक शांतिपूर्ण और स्थिरता आएगी। दोनों टीमे खुले दिमाग, विवेक, धैर्य के साथ शांति के इस ऐतिहासिक अवसर का लाभ लेंगी। हम दोनों पक्षों से बातचीत में लचीलापन दिखाने का आह्वान करते हैं, जिससे अफगानिस्तान में स्थायी शांति और स्थिरता आए।
बता दें कि बुधवार को शुरू हुई वार्ता का दूसरा दौर युद्ध विराम और अफगानिस्तान में हिंसा में कम करने पर केंद्रित होगा।
–आईएएनएस
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