पालतू जानवरों के लिए अनुमति लेनी होगी

पुणे: पुणे समाचार
पुणे जैसे बड़े शहरों में कुत्ता-बिल्ली आदि पालना स्टेट्स सिंबल की तरह होता है। एक तरफ इन प्राणियों को पालने वालों की संख्या में इजाफ़ा हो रहा है तो दूसरी ओर उनकी वजह से अन्य लोगों को तकलीफें भी हो रही है। पुणे शहर में पालतू पशुओं के बारे में कोई नियमावली हो इसकी माँग पार्षद पृथ्वीराज सुतार ने की थी। हाल में महिला एवं बाल कल्याण समिति की सभा में इस प्रस्ताव पर चर्चा संपन्न हुई और महापालिका के रहवासी इलाकों में कितने और कौन-से जानवरों को पालतू बनाया जा सकता है इस बारे में निश्चित नियमावली बनाने के प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई है।

पुणे को मेट्रो सिटी के रूप में पहचाना जाता है। यहाँ कुत्ता-बिल्ली पालने वालों की संख्या बहुतायत में है। लोग निजी तौर पर इन जानवरों को पालते हैं लेकिन इस बारे में अब तक कोई नियम नहीं था। बीते कुछ सालों में शहर के लगभग सभी इलाकों, बस्तियों, अपार्टमेंट और सोसाइटी-बंगलों में एक-दो या उससे अधिक जानवरों को पालने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है। इन जानवरों की स्वच्छता, आवाज़ आदि को लेकर लोगों की शिकायतें जन प्रतिनिधियों, महानगरपालिका से होते हुए पुलिस थाने तक पहुँच रही है। पालतू पशुओं को लेकर शहर की कुछ सोसाइटियों में बड़े विवाद भी हो गए हैं। इसी वजह से नियमावली बनाने की माँग सुतार ने की थी।