पूर्वोत्तर में हवाई संपर्क का और विस्तार

अगरतला, 25 जून (आईएएनएस)। अधिकारियों ने कहा कि एक निजी एयरलाइनर फ्लाईबिग के साथ शुक्रवार को असम के गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ को जोड़ने वाले नए मार्गों में अपना परिचालन शुरू करने के साथ, पूर्वोत्तर क्षेत्र में हवाई संपर्क क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना-उड़े देश का आम नागरिक

(आरसीएस-उड़ान) के तहत और विस्तारित हुआ है।

राजधानी अगरतला से 20 किमी उत्तर में महाराजा बीर बिक्रम हवाई अड्डे पर पहली उड़ान के लिए वाटर कैनन की सलामी दी गई।

एएआई के एक अधिकारी ने कहा कि फ्लाईबिग की उड़ान सप्ताह में तीन दिन (सोमवार, बुधवार और शुक्रवार) इन मार्गों पर संचालित होगी।

अधिकारी ने कहा नए मार्गों में नई उड़ान संचालन ऐसे समय में शुरू हुई जब कोविड -19 की दूसरी लहर ने विमानन उद्योग को बुरी तरह प्रभावित किया है और यह अन्य एयरलाइंस के लिए अपने संचालन का विस्तार करने के लिए एक मनोबल बढ़ाने वाला होगा। इससे अगरतला और अन्य पूर्वोत्तर राज्यो के बीच कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा।

उन्होंने कहा कि उड़ान के तहत आरसीएस योजना सामान्य मार्गों की तुलना में उड़ान का किराया कम करेगी।

फ्लाईबिग ने पिछले महीने आरसीएस-उड़ान योजना के तहत गुवाहाटी-पासीघाट (अरुणाचल प्रदेश) मार्गों पर अपना संचालन शुरू किया था, जिसे केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अक्टूबर 2016 में क्षेत्रीय हवाई संपर्क को प्रोत्साहित करने और हवाई यात्रा को आम लोगों के लिए सस्ती बनाने के लिए लॉन्च किया था।

वर्तमान में पूर्वोत्तर क्षेत्र में 15 हवाई अड्डे – गुवाहाटी, सिलचर, डिब्रूगढ़, जोरहाट, तेजपुर, लीलाबाड़ी और रूपसी (असम), तेजू और पासीघाट (अरुणाचल प्रदेश), अगरतला (त्रिपुरा), इंफाल (मणिपुर), शिलांग (मेघालय) , दीमापुर (नागालैंड), लेंगपुई (मिजोरम) और पाकयोंग (सिक्किम) है।

एएआई अरुणाचल प्रदेश में होलोंगी हवाईअड्डा भी विकसित कर रहा है, जिससे पहाड़ी इलाकों में हवाई संपर्क को बढ़ावा मिल रहा है।

–आईएएनएस

एसएस/आरजेएस