प्रधानमंत्री से 1000 आइसीयू बेड दिल्ली के लिए आरक्षित करने की अपील : केजरीवाल

नई दिल्ली, 24 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कई राज्यों के साथ एक अहम बैठक की। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए की गई इस बैठक में दिल्ली सरकार भी शामिल रही। इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार के अस्पतालों में 1000 आइसीयू बेड दिल्ली के मरीजों के लिए सुरक्षित करने की अपील की।

कोविड-19 की स्थिति पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, दिल्ली में अभी कोविड के समान्य बेड पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हैं, लेकिन आईसीयू बेड की कमी महसूस हो रही है।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर 8600 पॉजिटिव केस के साथ 10 नवबंर को अपने शिखर पर थी, लेकिन अब पॉजिटिविटी दर लगातार घट रही है। कोरोना की तीसरी लहर को अधिक खतरनाक बनाने में पड़ोसी राज्यों में जलाई जा रही पराली के प्रदूषण का विशेष योगदान रहा है। हम चाहते हैं कि दिल्ली के पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्री पराली को खत्म करने के लिए एक टीम की तरह काम करें।

देश भर में बढ़ते कोरोना के संक्रमण के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की। इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के वर्तमान हालात के बारे में प्रधानमंत्री को विस्तार से जानकारी देते हुए कोविड से लड़ने के लिए किए गए काम की जानकारी दी।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को बताया कि, दिल्ली के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में कोविड के लिए आरक्षित कुल बेड में से 9400 बेड भरे हुए हैं, जबकि अभी 8500 बेड खाली हैं। अभी कोरोना के समान्य बेड को लेकर हमारे लिए चिंता का विषय नहीं है। अभी हमारे पास कोरोना के समान्य बेड की पर्याप्त क्षमता उपलब्ध है। दिल्ली में कुल आईसीयू बेड में से करीब 3500 आईसीयू बेड भरे हुए हैं और अभी 724 आईसीयू बेड खाली हैं।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से कहा, आईसीयू बेड बढ़ाने में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मदद कर रहे हैं। अगर केंद्र सरकार के सफदरजंग और एम्स जैसे अस्पतालों में कुछ दिनों के लिए 1000 बेड दिल्ली वासियों के लिए सुरक्षित कर दिए जाएं, तो आपकी बहुत मेहरबानी होगी। पूरी महामारी के दौरान हमें और दिल्ली के लोगों को केंद्र सरकार से जो मदद मिली है, उसके लिए हम सभी शुक्रगुजार हैं।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने पीएम को आगे बताया कि, दिल्ली में कोरोना की पहली लहर जून के महीने में आई थी, उस दौरान दिल्ली में 20 हजार सैंपलों की जांच प्रतिदिन की गई थी। दिल्ली सरकार ने सितंबर में जांच का दायरा बढ़ाते हुए 60 हजार प्रतिदिन कर दिया था। दिल्ली में अभी कोरोना की तीसरी लहर चल रही है। दिल्ली ने 8600 पॉजिटिव केस के साथ 10 नवबंर को तीसरी लहर का शिखर देखा था। 10 नवबंर के बाद से दिल्ली में पॉजिटिविटी दर लगातार कम हो रही है, लेकिन बढ़ती मृत्युदर चिंता का विषय है और हमें मृत्युदर को कम करना होगा। हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में पॉजिटिविटी दर के साथ मृत्युदर भी लगातार कम होती जाएगी।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि पूसा इंस्टीट्यूट द्वारा विकसित बॉयो डीकंपोजर तकनीक की मदद से पराली का डंठल गल कर खाद में बदल जा रहा है। मुख्यमंत्री ने पड़ोसी राज्यों में भी बॉयो डीकंपोजर तकनीक की मदद से पराली का समाधान करने के लिए हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने कहा हम चाहते हैं कि आपके नेतृत्व में दिल्ली, पंजाब और हरियाणा राज्य के मुख्यमंत्री पराली को खत्म करने के लिए एक टीम की तरह काम करें।

–आईएएनएस

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