मोदी ने कहा-वैक्सीन की पूरी तैयारी, लेकिन खुद की सुरक्षा हमारी पहली जिम्मेदारी

नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने संबोधन में दो टूक कहा कि कोरोना से बचने के लिए सिर्फ वैक्सीन के भरोसे अभी से मत रहिए। यह जब आएगी, तब आएगी, लेकिन फिलहाल सभी राज्य संक्रमण रोकने पर फोकस करें। हालांकि उन्होंने कदम-दर-कदम टीकाकरण अभियान को समझाया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। इनमें दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और राजस्थान शामिल है। बैठक में गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने समीक्षा बैठक में इशारों में विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, ‘कुछ लोग कोरोना वैक्सीन के आने का वक्त पूछ रहे हैं। वैक्सीन को लेकर राजनीति कर रहे हैं। मैं उन्हें राजनीति करने से तो नहीं रोक सकता। लेकिन, वैक्सीन आने का समय हम तय नहीं कर सकते। ये वैज्ञानिकों के हाथ में है।’

पीएम ने कहा, ‘कोरोना से रिकवरी रेट बढ़ने के बाद लोगों में लापरवाही बढ़ गई है, लेकिन मैं बार-बार कहता हूं कि जब तक दवाई नहीं आ जाती है तब तक ढिलाई नहीं बरतनी है।’ मोदी ने लोगों को आगाह करते हुए शायराना अंदाज में कहा- ‘हमें ऐसी स्थिति नहीं लानी है जिससे यह कहना पड़े कि हमारी किश्ती वहां डूबी जहां पानी कम था।’ पीएम ने कहा कि वैक्सीन को लेकर सभी राज्य अपने सुझाव लिखित में दें। किसी पर फैसला थोपा नहीं जाएगा।

मोदी ने कहा कि भारतीय मूल की दो वैक्सीन मैदान में आगे हैं और दुनिया में भी जो वैक्सीन बन रही हैं, वे भी उत्पादन के लिए भारतीय कंपनियों से बात कर रहे हैं। जहां तक वैक्सीन के डिस्ट्रीब्यूशन की बात है, राज्यों के साथ मिलकर की जा रही है।  उम्मीद है कि जुलाई 2021 तक  40 से 50 करोड़ डोज मिल जाएंगी। इनकी मदद से 20-25 करोड़ भारतीयों का टीकाकरण हो सकेगा। वैक्सीन की दिशा में आखिरी स्तर पर काम पहुंचा है। भारत सरकार हर डिवलेपमेंट पर बारीकी से नजर रखे हुए है। हम सबके संपर्क में भी हैं।”

उन्होंने कहा, “अभी ये तय नहीं है कि वैक्सीन की एक डोज होगी, दो डोज होगी या तीन डोज होगी। ये भी तय नहीं है कि इसकी कीमत कितनी होगी। एक व्यवस्था बनी हुई है।  वैक्सीन आने के बाद हमारी प्राथमिकता यही होगी कि सभी तक वैक्सीन पहुंचे। पीएम मोदी ने इस दौरान साफ कर दिया कि कोरोना टीकाकरण का अभियान लंबा चलने वाला है।