राजनेताओं का नहीं कोई सरोकार; गिरफ्तार नगरसेवक ने बताया पूरा घटनाक्रम
अहमदनगर। पुणे समाचार
अहमदनगर जिले के केडग़ांव के बहुचर्चित संजय कोतकर और वसन्त ठुबे नामक शिवसैनिकों की हत्या के मामले में गिरफ्तार नगरसेवक विशाल कोटकर ने पुलिस को इस हत्याकांड का पूरा घटनाक्रम बताते हुए कहा कि, संजय कोटकर और रवी खोल्लम के बीच 7 अप्रैल को फ़ोन पर हुआ विवाद ही इस हत्याकांड की असली वजह है। उसका उनका या किसी राजनेता का कोई सरोकार नहीं है।
खोल्लम ने संजय कोटकर के साथ हुए विवाद के बारे में नगरसेवक विशाल कोटकर को बताया था। इसके चलते उन्होंने संदीप गुंजाल को उनका विवाद सुलझाने और खोल्लम के परिवार की सुरक्षा के लिहाज से भेजा था। उसे कोटकर या किसी ने भी उन दोनों की हत्या करने को नहीं कहा था। गुंजाल और संजय कोटकर व ठुबे के बीच मौके पर काफी विवाद हुआ, जिसमें गुस्से में आकर उसने उन दोनों की हत्या कर दी। इस हत्या में उनका या किसी भी राजनेता का कोई सरोकार नहीं है।
7 अप्रैल को शिवसेना के उपशहर प्रमुख संजय कोटकर और वसन्त ठुबे की गोली मारकर और घातक हथियार से वार कर निर्ममता पूर्वक हत्या कर दी। इस वारदात को अंजाम देने के बाद संदीप गुंजाल ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। इस मामले का मुख्य सूत्रधार नगरसेवक विशाल कोटकर को बताया गया, जोकि फरार चल रहा था। इस दोहरे हत्याकांड की जांच में जुटी स्पेशल टीम ने कल तड़के कामरगांव से नगरसेवक कोटकर को गिरफ्तार कर लिया। अदालत ने उन्हें 27 अप्रैल तक पुलिस कस्टडी में भेजने का आदेश दिया है।
कल रवि खोल्लम को भी कस्टडी की मियाद खत्म होने से अदालत में पेश किया गया था, उसे भी 27 तक कस्टडी में भेज दिया गया। इस हत्याकांड के मामले में पुलिस ने अब तक विधायक संग्राम जगताप, संदीप गुंजाल, बालासाहेब कोतकर, भानुदास ऊर्फ बी. एम. कोतकर, रवी खोल्लम, संदीप गि-हे, महावीर मोकले, बाबासाहेब केदार को गिरफ्तार किया है। विशाल कोटकर, रवि खोल्लम और संदीप गुंजाल इन आरोपियों के सम्पर्क में आनेवाले 80 लोगों के साथ स्पेशल टीम ने पूछताछ की है।