मिर्जापुर, 24 जुलाई (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में यूनीसेफ की मदद से बच्चों के साथ हो रहे शोषण की रोकथाम एवं उन्हें सशक्तीकरण का पाठ पढ़ाने के लिए पहली बार प्राथमिक विद्यालयों में मीना मंच का गठन किया जाएगा।
इसके माध्यम से बालिकाओं को शिक्षा,जीवन-कौशल के साथ आत्म रक्षा के गुर भी सिखाए जाएंगे। इसमें सभी बुरी और अच्छी आदतों के बारे में बच्चों को विस्तार से बताया जाएगा।
जिला समन्वयक बालिका शिक्षा रमेश राय ने कहा कि मीना मंच का उद्देश्य बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ना और अभिव्यक्ति के लिए एक मंच प्रदान करना है।
रमेश राय ने कहा कि जनपद के सभी प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में मीना मंच का गठन होगा। इसके साथ ही जीवन कौशल शिक्षा कार्यक्रम का संचालन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत जेंडर इक्वालिटी कार्यक्रम के तहत बालिकाओं की शिक्षा, बच्चों के साथ हो रहे शोषण की रोकथाम एवं सशक्तीकरण के लिए यूनिसेफ के सहयोग से मीना मंच को संचालित करेंगे। प्राथमिक विद्यालयों में भी मीना मंच का गठन किया जाएगा।
उन्होंने कहा, “कक्षा 7 व 8 के बालक व बालिकाओं और उनके माता-पिता को भी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इसके लिए उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अरमान मॉडल लागू करने का निर्देश भी दिया गया है।”
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने कहा, “मीना मंच स्कूल में पढ़ने वाली बालिकाओं का एक सशक्त मंच है। इससे बच्चियां अपनी समस्याओं के बारे में खुलकर बता सकती हैं। बालिकाओं की समस्याओं के समाधान के साथ समग्र विकास कराने का प्रयास किया जाएगा।”