बिहार : मोक्षस्थली गया को वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने की पहल शुरू

हाजीपुर (बिहार), 24 फरवरी (आईएएनएस)। बिहार के गया रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने के लिए रूपरेखा तैयार की जा रही है। स्टेशन के आसपास पर्यटकों के लिए सुविधाओं का विकास किया जाएगा।

पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि गया रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने के लिए रूपरेखा तैयार की जा रही है। इसी कड़ी में दो दिन पहले पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक ललित चन्द्र त्रिवेदी ने रेल भूमि विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष वेद प्रकाश डुडेजा के साथ गया स्टेशन के पुनर्विकास से जुड़े मुद्दों पर एक उच्चस्तरीय बैठक की।

उन्होंने कहा कि गया एक धार्मिक एवं पर्यटन के ²ष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण शहर है इसलिए इसी को केंद्र में रखते हुए गया स्टेशन भवन का पुर्निविकास किया जाएगा

उन्होंने कहा, इस स्टेशन पर वर्ष 2065 की अनुमानित यात्री संख्या को आधार मानते हुए उसी के अनुसार यात्री सुविधाओं का पुनर्विकास किया जाएगा। स्टेशन पुनर्विकास से जुड़े आवश्यक कार्य 173 करोड़ रूपए की अनुमानित लागत से पूरे किए जाएंगे।

धार्मिक एवं पर्यटन दोनों ²ष्टिकोण से गया शहर की महत्ता को देखते हुए गया स्टेशन के पुनर्विकास की योजना बनाई गई है। पुनर्विकास से संबंधित कार्य पूरा होने के बाद गया स्टेशन पर यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं प्राप्त होंगी।

उन्होंने कहा कि अंतिम रूपरेखा तैयार हो जाने के बाद इसका रिक्वेस्ट फॉर क्वालीफिकेशन होगा, फिर बाद में टेंडर की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। रेल भूमि विकास प्राधिकरण द्वारा गया स्टेशन के पुनर्विकास से जुड़े ये कार्य पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर पूरे किए जाएंगे।

स्टेशन पुनर्विकास का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को सुरक्षा, बेहतर अनुभव एवं विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएं प्रदान करना है। स्टेशन को विश्वस्तरीय रूप देते हुए स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधा से सुसज्जित करते हुए इसे ग्रीन बिल्डिंग का रूप दिया जाएगा, जहां वेंटिलेशन की पर्याप्त व्यवस्था होगी।

रेल यात्रियों के स्टेशन पर आगमन एवं प्रस्थान के लिए अलग-अलग व्यवस्था होगी। साथ ही प्रवेश और निकास द्वार ऐसे होंगे, जिससे यात्रियों को भीड़-भाड़ का सामना नहीं करना पड़े।

उन्होंने कहा कि गया स्टेशन पर तथा इसके आस-पास पर्यटक सुविधाओं का विकास किया जाएगा जिससे पर्यटकों की संख्या में वृद्घि होगी जिसका लाभ स्थानीय लोगों को होगा।

–आईएएनएस

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