भारत सहित अन्य कंपनियों को टिकटॉक एआई बेच रहा बाइटडांस

नई दिल्ली, 5 जुलाई (आईएएनएस)। चीन स्थित बाइटडांस जो टिकटॉक की मूल कंपनी है, उसने कथित तौर पर भारत सहित अन्य कंपनियों को शॉर्ट वीडियो बनाने वाले ऐप की एआई तकनीक की बिक्री शुरू कर दी है, जहां टिकटॉक ऐप पर प्रतिबंध लगा है।

फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने बाइटप्लस नामक एक नया डिविजन शुरू किया है । इसके जरिये ये कंपनी भारत-आधारित सोशल गेमिंग प्लेटफॉर्म गेम्सऐप, यूएस फैशन ऐप गोट, सिंगापुर ट्रैवल साइट वीगो, इंडोनेशियाई शॉपिंग ऐप चिलीबेली जैसी कंपनियों को टिकटॉक एआई बेच रही है।

2020 में, भारत सरकार ने चीनी फर्मों द्वारा विकसित कई ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसमें टिकटॉक भी शामिल है। उस समय इस बात को लेकर चिंता जताई गई थी कि ये ऐप उन गतिविधियों में शामिल थे जिनसे देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा को खतरा हो सकता है।

पिछले महीने, चीन के बाइटडांस के स्वामित्व वाले शार्ट वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म टिकटॉक के भारत प्रमुख निखिल गांधी ने पद छोड़ने का फैसला किया। टिक टॉक ने 2019 में गांधी को चीनी शॉर्ट वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म के विकास के अगले चरण को चलाने के लिए अपने भारत प्रमुख के रूप में शामिल किया था।

टिकटॉक की सिफारिश एल्गोरिदम इस बात का एक बड़ा हिस्सा है कि इसने इसे इतना लोकप्रिय बना दिया है।

रविवार को सामने आई रिपोर्ट के अनुसार, बाइटप्लस ग्राहकों को टिकटॉक सिफारिश एल्गोरिदम तक पहुंचने का मौका देता है, और इसे अपने ऐप और ग्राहकों के लिए निजीकृत करता है।

बाइटप्लस अपनी वेबसाइट के अनुसार स्वचालित भाषण और पाठ अनुवाद और रीयल-टाइम वीडियो प्रभाव के साथ-साथ डेटा विश्लेषण उपकरण भी प्रदान करता है।

कंपनी ने हाल ही में एक ब्लॉग पोस्ट में कहा था कि उसका फॉर यू फीड निर्धारित करता है कि किसी दिए गए उपयोगकर्ता को कौन से वीडियो परोसना है।

इसकी अनुशंसाएं उपयोगकर्ता के इंटरैक्शन पर आधारित होती हैं, जिसमें आप कौन से वीडियो पसंद करते हैं, टिप्पणी साझा करते हैं, या बनाते हैं, वीडियो जानकारी, और डिवाइस और खाता सेटिंग्स, जिसमें आप किस डिवाइस का उपयोग कर रहे हैं, भाषा प्राथमिकताएं और स्थान सेटिंग शामिल हैं।

टिकटॉक का सोर्स कोड और यूजर डेटा उसकी मूल कंपनी बाइटडांस के अन्य व्यवसायों से अलग रखा जाता है।

–आईएएनएस

एसएस/आरजेएस