मेडिकल कॉलेज के बहाने ही सही आखिर वाईसीएम की सुध तो ली!

मनपा आयुक्त व सत्ताधारी दल ने किया अस्पताल का मुआयना

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन

कभी पिंपरी चिंचवड़ के साथ ही मावल, खेड़, शिरूर, मुलशी तहसीलों के गरीब मरीजों के लिए संजीवनी साबित रहा पिंपरी चिंचवड़ मनपा का वाईसीएम हॉस्पिटल आज खस्ता हालातों से जूझ रहा है। प्रशासन तो प्रशासन सत्ताधारी दल भी इसकी सुध लेने के लिए तैयार नहीं। अब जब इस हॉस्पिटल में मेडिकल कॉलेज शुरू करने की जल्दबाजी मची है तब मंगलवार को उसका ब्यौरा हासिल करने के बहाने से क्यों न हो मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर और सत्ताधारी भाजपा ने वाईसीएम की खस्ता हालत की भी सुध ले ही ली। हांलाकि मेडिकल कॉलेज के लिए महाराष्ट्र स्वास्थ्य विज्ञान विश्व विद्यालय से अब तक अनुमति नहीं मिली है, फिर भी सत्ताधारी भाजपा द्वारा गुरुवार को पालकमंत्री गिरीश बापट के हाथों कॉलेज का कामकाज शुरू कराने की जल्दबाजी की जा रही है।

वाईसीएम हॉस्पिटल में डॉक्टरों की कमी के मसले पर स्थायी तौर पर हल निकालने के लिहाज से यहां मेडिकल कॉलेज शुरू करने का फैसला किया गया है। बीते वर्ष तक इस कॉलेज के लिए उपरोक्त जरूरी अनुमति नहीं मिल सकी। यह अनुमति इस साल मिल ही जाएगी, यह मानकर मनपा व सत्ताधारी दल ने इसका शुभारंभ कराने की जल्दबाजी मचाई है। इसके नियोजन के लिए मनपा आयुक्त हार्डिकर आज सुबह सभागृहनेता एकनाथ पवार, नगरसेविका सुजाता पालांडे, अतिरिक्त चिकिसीय अधिकारी डॅा पवन साळवे, हॉस्पिटल के चिकिसीय अधिक्षक मनोज देशमुख, उप अधिक्षक डॅा शंकर  जाधव, डॅा पद्याकर पंडीत आदि के साथ वाईसीएम हॉस्पिटल पहुंचे। इसी बहाने से उन्होंने हॉस्पिटल की खस्ता हालत का भी जायजा लिया।

मनपा आयुक्त सबसे पहले केसपेपर विभाग पहुंचे, यहाँ कतारों में रहे मरीजों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को समझा। इसी तरह से उन्होंने अन्य विभागों का भी जायजा लिया। मरीजों के साथ यहां काम करने वाले डॉक्टर, नर्स और दूसरे स्टाफ के साथ चर्चा कर उनकी समस्याओं को सुना। हॉस्पिटल प्रशासन से बातचीत से उसकी दिक़्क़तों को भी जाना और समझा। मौजूदा हालातों में मरीजों को बेहतर चिकिसीय सुविधा देने का आदेश देते हुए यहाँ की समस्याओं को हल करने का भरोसा भी उन्होंने दिलाया। मेडिकल कॉलेज के लिए इंडियन मेडिकल काउंसिल की टीम मुआयने के लिए आनेवाली है, उसके लिहाज से पूरी तैयारी करने के आदेश भी उन्होंने दिए।