बाला ने हाल में स्कॉटिश महिला प्रीमियर लीग में खेलते हुए रेंजर्स एफसी के लिए अपना पहला गोल भी दागा था।
वह यूरोप में किसी पेशेवर लीग में गोल करने वाली पहली भारतीय महिला फुटबालर बनीं थी। उन्होंने जनवरी में रेंजर्स के साथ 18 महीने का करार किया था।
बाला ने एआईएफएफ टीवी के साथ बातचीत में कहा, यह एक अलग देश है और पूरी तरह एक नया अनुभव है। यहां स्कॉटलैंड, कनाडा, अमेरिका और फ्रांस के कई खिलाड़ी हैं। यह मेरे लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है, लेकिन साथ ही मैं इसका अनुभव भी ले रही हूं। मैं हमेशा फुटबाल के बारे में भी ही बात करती हूं, इसलिए यह मेरे लिए एक अच्छी चीज है।
29 साल की बाला ने विश्वव्यापी लॉकडाउन के दौरान ग्लास्गो में ही रहने का फैसला किया था और उन्होंने वहीं रहकर अपनी ट्रेनिंग जारी रखी है।
उन्होंने कहा, मैं उसी तरह से खेल रही हूं, जिस तरह से मैं स्वदेश में खेलती थी। लेकिन यहां पर खेल को थोड़ा और शारीरिक रूप से खेलने की जरूरत है। खिलाड़ी मजबूत हैं और मुझे मौसम से तालमेल बिठाना है। लेकिन मैंने धीरे-धीरे और इस पर काम की है।
बाला ने कहा, मैं अपने घर और देश को मिस करती हूं। लेकिन मुझे यहां आने का मकसद पता है और बहुत से लोगों को मुझसे उम्मीदें हैं। मुझे सिर्फ अपना सर्वश्रेष्ठ देने की जरूरत है।
बाला ने जनवरी में रेंजर्स फुटबाल क्लब के साथ करार किया था। उनका यह करार 18 महीनों का है जो नवंबर में रैंजर्स के साथ ट्रायल्स के बाद लिया गया था। वह रैंजर्स की पहली एशियाई अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी हैं।
बाला भारत की पहली महिला फुटबाल खिलाड़ी हैं जिन्हें किसी विदेशी फुटबाल क्लब ने अपने साथ जोड़ा है।
– -आईएएनएस
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