संभाजी भिड़े के समर्थन में पुणे में धरना आंदोलन

पुणे : पुणे समाचार
कोरेगाव भीमा हिंसा के मामले में मिलिंद एकबोटे को गिरफ्तार करने के बाद संभाजी भिड़े को भी गिरफ्तार किया जाए इस माँग के लिए प्रकाश आंबेडकर ने मुंबई में यलगार परिषद लेकर माँगें रखी थीं। तब जवाब में कहा गया था कि उनकी माँगों के विरोध और संभाजी भिड़े के समर्थन में शिव प्रतिष्ठान की ओर से प्रदेश के हर जिले में कलेक्टर कार्यालय पर मोर्चा निकाला जाएगा। पुणे में लाल महल से जिलाधिकारी कार्यालाय तक मोर्चा निकाला जाना था।

इस मोर्चे के लिए पुणे पुलिस ने अनुमति नहीं दी। इसका विरोध करते हुए शिव प्रतिष्ठान के कार्यकर्ता नदी किनारे (नदी पात्र) धरना आंदोलन कर रहे हैं। उनकी माँगें हैं कि झूठे अपराध वापिस लिए जाएँ, मिलिंद एकबोटे को छोड़ा जाए। कार्यकर्ता नारे लगा रहे हैं कि संभाजी भिड़े को झूठे अपराध में फँसाया जा रहा है।
शिव प्रतिष्ठान के पराश मोने ने कहा- ”कोरेगाव भीमा मामले में मिलिंद एकबोटे को फँसाया गया और संभाजी भिड़े को गिरफ्तार करने की माँग हो रही है। जबकि कल ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गहरी जाँच के बाद साफ कहा है कि भिड़े गुरुजी का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। ऐसे में सच सबके सामने आ गया है। हम भिड़े गुरुजी के सम्मान में मोर्चा निकालने वाले थे। लेकिन पुलिस ने हमें अनुमति नहीं दी। हम इसका खंडन करते हैं तथापि हम पुलिस के निर्देशों का पालन करेंगे। लेकिन अपनी नाराज़गी हम यहाँ धरना देकर व्यक्त कर रहे हैं।

वहीं मिलिंद एकबोटे की भाभी ज्योत्स्ना एकबोटे ने कहा- भीमा कोरेगाव हिंसा से मिलिंद एकबोटे का कोई संबंध न होने के बावज़ूद उन्हें फँसाया गया है। मैं माँग करती हूँ कि उन्हें छोड़ा जाएँ।