मोदी को काले झंडे दिखाए, अब जाएगी नौकरी!

जयपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के खिलाफ आवाज़ उठाने वालों को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है। राजस्थान के झुंझुनू में ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के जिन 32 कर्मचारियों ने 8 मार्च को मोदी को काले झंडे दिखाए थे, अब उनकी नौकरी पर बन आई है। बीते कई महीनों से हड़ताल कर रहे इन कर्मचारियों को नोटिस जारी कर दिया गया है कि अगर वे दफ़्तर नहीं आए तो उनको निकाल दिया जाएगा। हालांकि माना जा रहा है कि इसकी वजह

कई मामले दर्ज 
हैरान करने वाली बात है कि इन सबके खिलाफ धारा 147, 186, 336 और 353 के तहत कई आपराधिक मामले दर्ज किये गये हैं। वहीं, आंदोलनकारियों का कहना है कि 7 महीने के आंदोलन के बाद वह अपनी बात सिर्फ मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक पहुंचाना चाहते थे।

आतंकवादी जैसा सलूक 
ठेका कर्मचारी जीवराज कसावा ने कहा कि हम अपनी समस्या को सिर्फ मोदीजी और मुख्यमंत्री के सामने रखना चाहते थे। हम इतने कम पैसे में कैसे अपने बच्चों और परिवार का देख-रेख कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि 9 तारीख को घर पर तीन गाड़ियां पुलिस की आई थी, हमें ऐसे पकड़ा गया, जैसे हम आतंकवादी हों। बता दें कि राजस्थान में करीब 9 हजार एनआरएचएम के पद हैं, इनमें से 4 हजार ठेका कर्मचारी हैं। 32 कर्मचारियों को काले झंडे दिखाने के लिए गिरफ्तार भी किया गया, फिर बाद में उन्हें रिहाई कर दिया गया।