हाथ पर गुदे नाम से महिला के कातिलों तक पहुंची पुलिस

पुणे समाचार
यदि पुलिस कोई केस सुलझाने की ठान ले, तो अपराधियों की चालाकी काम नहीं आती। क्राइम ब्रांच यूनिट-1 ने महज चार दिनों में महिला की हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है। महिला की लाश डेक्कन पुलिस स्टेशन की सीमा में नदी किनारे एक बोरी में मिली थी। शव इतना सड़ चुका था कि उसकी पहचान मुश्किल थी, लेकिन पुलिस ने हार नहीं मानी। वो लगातार प्रयास करती रही और आख़िरकार उसने मीरा उर्फ सीमा संजय वाघचौरे की हत्या के जुर्म में सैदाब हमीद खान (23) और आबीद इमरान खान (22) को गिरफ्तार कर लिया।   महिला के हाथ पर ‘संजय’ गुदा हुआ था, इसी के सहारे पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया और मृतका के पते पर पहुँच गई। जब उसकी कॉल रिकॉर्ड खंगाले गए तो पता चला कि वह आरोपियों से लंबे समय से संपर्क में थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल नंबर ट्रैक और उन्हें धरदबोचा।

क्यों की हत्या?

आरोपी और मृतका पिछले चार सालों से संपर्क में थे। मृत महिला जिस्मफरोशी के लिए लड़कियां सप्लाई करती थी। दोनों आरोपियों की जब भी अपनी शारीरिक भूख मिटानी होती वो मीरा उर्फ़ सीमा से संपर्क करते। वारदात वाले दिन भी दोनों इसी सिलसिले में उससे  एफटीआईआई के पास एक पुरानी चॉल में मिले थी। हालांकि रेट को लेकर उनका महिला से झगड़ा हो गया और उन्होंने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद आरोपियों ने उसके शव को बोरी में डाला और नदी में फेंक दिया। दोनों अपने घर उत्तरप्रदेश में भागने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने समय रहते उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पिछले चार सालों से आरोपी काम के सिलसिले में पुणे में ही रह रहे थे।

इस टीम ने की कार्रवाई
इस कारवाई को अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रदीप देशपांडे, पुलिस उपायुक्त पकंज डहाणे, सहायक पुलिस आयुक्त समीर शेख के मार्गदर्शन में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक नितीन भोसले पाटिल, सहायक पुलिस निरीक्षक धनंजय कापरे, पुलिस सब इंस्पेक्टर दिनेश पाटिल, हर्षल कदम, पुलिस कर्मचारी प्रकाश लोखंडे, महबूब मोकाशी, सचिन जाधव, गजानन सोनुने, इरफान मोमीन, सुधाकर माने, तुषार मालवदकर, प्रशांत गायकवाड, विजेसिंग वसावे, सुभाष पिंगले, अशोक माने, रिजवान जिनेडी, तुषार खडके, श्रीकांत वाघवले ने अंजाम दिया ।