हिमाचल के मंत्री ने मरीजों से मुलाकात की, आइसोलेशन किट भी बांटे

शिमला, 24 मई (आईएएनएस)। महामारी के बीच एक साथ जीवन बचाने की प्रवृत्ति को स्थापित करते हुए, हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री राजीव सैजल कोविड 19 रोगियों के पास दौरा कर रहे हैं। उन्होंने कोरोना मरीजों में से प्रत्येक को एक आइसोलेशन किट भी प्रदान की। मंत्री राजीव सैजल उन्हें वैक्सीन प्राप्त करने और इलाज को लेकर अफवाह के प्रति शिक्षित करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।

रविवार को पहले दिन सैजल ने सोलन जिले के अपने कसौली निर्वाचन क्षेत्र में ऐसे 12 मरीजों के पास दौरा किया।

सैजल, जो खुद एक आयुर्वेद चिकित्सक हैं, उन्होंने आईएएनएस को बताया, हर दिन मैं होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों से मिलने की योजना बना रहा हूं। शिमला में आज कैबिनेट की बैठक में भाग लेने के बाद, मैं अन्य मरीजों से मिलने जा रहा हूं।

उन्होंने कहा कि 1 मार्च से निर्वाचन क्षेत्र के कुल 550 लोगों ने कोरोनावायरस का अनुबंध किया। इनमें से पांच की मौत हो गई।

उन्होंने कहा कि मैं उन लोगों के घरों का भी दौरा कर रहा हूं जो वायरस से उबर चुके हैं। दरवाजे पर जाने का उद्देश्य न केवल उनके विश्वास को बहाल करना है कि सरकार उनके साथ खड़ी है बल्कि उनके कल्याण और आजीविका के बारे में भी जानना है जो महामारी से गंभीर रूप से प्रभावित हुई हैं।

गुलहारी ग्राम पंचायत के प्रमुख कमलेश देवी ने कहा कि मंत्री को अपने दरवाजे पर देखकर मरीजों के परिवार के सदस्य हैरान रह गए। मंत्री ने न केवल प्रत्येक रोगी के परिवार के सदस्यों को आइसोलेशन किट प्रदान की, बल्कि उन्हें यह भी बताया कि कोरोनावायरस को कैसे नियंत्रित किया जाए।

साथ ही मंत्री ने परिवारों को टीकाकरण लेने के लिए प्रोत्साहित किया, जो इस महामारी से बाहर निकलने का एकमात्र रास्ता है।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने 22 मई को होम आइसोलेशन किट का शुभारंभ किया और विधायकों से कहा कि वे हर घर पर कोविड 19 रोगियों को उपलब्ध कराएं।

राज्य में 18 लाख से अधिक परीक्षण किए गए हैं और लगभग 179,034 लोगों ने कोविड19 सकारात्मक परीक्षण किया था।

राज्य में 23 मई तक कुल 25,979 मामले सक्रिय थे, जबकि 2,752 लोग अपनी जान गंवा चुके थे।

राज्य में पहले चरण के दौरान सकारात्मकता दर 5.53 थी, जबकि दूसरी लहर में यह बढ़कर 15.67 प्रतिशत हो गई है।

बिस्तर की क्षमता 1,200 से बढ़ाकर लगभग 5,000 कर दी गई है। इसी तरह राज्य ने ऑक्सीजन की भंडारण क्षमता में 25 मीट्रिक टन की वृद्धि की है।

–आईएएनएस

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