पुणे : ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजूकेशन (एआइसीटीई) एंड मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमन रिर्सोसेस (एमएचआरडी ) की ओर से आयोजित स्मार्ट इंडिया हैकेथॉन-2018 की प्रतियोगिता में एमआइटी कॉलेज ऑफ इंजीनियअरिंग (एआइटी सीओई) ने केपीआइटी प्रेरणा पुरस्कार हासिल किया. एमआइटी इंजीनिअरिंग के ग्रीनीफाइ टीम को यह पुरस्कार पद्मभूषण डॉ.विजय भटकर के हाथो प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया गया.
देश की सबसे बडी खुली रिसर्च प्रतियोगिता में एमआइटी सीओई की डॉ. अंजली चांदवले के मार्गदर्शन में टीम ने वायू और जल प्रदूषण पर नियंत्रण रखना एवं उस संदर्भ में अनुमान बांधने का प्रकल्प पेश किया था. मोबाइल और कम्प्यूटर का इस्तेमाल करते हुए वायू और जल प्रदूषण पर कैसे नियंत्रण रख सकते है, जिसका हल ढुंडकर निकाला. एमआइटी इंजीनिअरिंग के ग्रीनीफाइ टीम में इशान जोशी, चिन्मय कुलकर्णी, ऋषभ गंधेवार, आशिष गौरव, गरिमा मिश्रा और केतकी कोकाटे आदि छात्र शामिल हुए थे.
इस रिसर्च प्रतियोगिता में लगभग 1 लाख से अधिक विद्यार्थी शामिल हुए थे. यहां आखरी राउंड के लिए लगभग 10 हजार प्रकल्पों का चयन हुआ था. देश के 28 केन्द्रों में 36 घंटे तक सॉाफ्टवेयर के जरिए यह प्रतियोगिता सम्पन्न हुई.
पुणे के राष्ट्रीय रासायनिक प्रयोग शाला (एनसीएल) एक केन्द्र था जहां 55 टीमों से लगभग 440 युवा वैज्ञानिक शामिल हुए थे. अकाल का अनुमान, सेंसर पर आधारित कुडा प्रबंधन , जीपीएस पर आधारित डेग्यू के संदर्भ को बताने जैसे बाते इस प्रतियोगिता में शामिल थे. प्रतियोगिता में शामिल सभी टीम ने लगातार 36 घंटे तक समस्याओं को सुलझाने में जूटे थे.