जलशुद्धीकरण केंद्र के लिए 122 करोड़ का खर्च मंजूर

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन –  बहुचर्चित चिखली जलशुद्धीकरण केंद्र की परियोजना को अंततः मंजूरी मिल गई है। शनिवार को पिंपरी चिंचवड़ मनपा की स्थायी समिति की विशेष सभा में चिखली में 100 एमएलडी क्षमता का जलशुध्दीकरण केंद्र का निर्माण करने और उसके 10 वर्षों के परिचालन व देखभाल दुरुस्ती के लिए 122 करोड़ रुपए खर्च को मंजूरी दी गई। इस परियोजना से भोसरी विधानसभा क्षेत्र टैंकर मुक्त बनने और समाविष्ट गांवों से पानी की किल्लत दूर होने में मदद मिलेगी, यह दावा स्थायी समिति अध्यक्ष विलास मडिगेरी ने किया है।
पिंपरी चिंचवड शहर का नागरीकरणात तेजी से बढ़ रहा है। इस नागरिकरण खासकर समाविष्ट गांवों के लिए मौजूदा जलापूर्ति व्यवस्था अपर्याप्त साबित हो रही है। मनपा द्वारा पवना बांध से रोजाना 480 एमएलडी पानी लेकर पूरे शहर में जलापूर्ति की जाती है। बढ़ते शहर की प्यास बुझाने के लिए आंद्रा व भामा आसखेड बांध से पानी लाने की योजना बनाई गई है। विधायक महेश लांडगे ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के चलाये भोसरी विजन 2020 के तहत इस परियोजना को शामिल किया था। उन्होंने और विधायक लक्ष्मण जगताप ने आंद्रा व भामा आसखेड बांध से शहर के लिए पानी का कोटा मंजूर कराया है।
मनपा द्वारा वैकल्पिक जलापूर्ति योजना के तहत देहु कैनाल से 100 एमएलडी पानी लेने जा रही है। इसके लिए चिखली में जलशुद्धिकरण केंद्र का निर्माण किया जाना है। यहां देहु कैनाल से पानी लाकर उसकी शुद्धिकरण प्रक्रिया करने के बाद शहर में वितरित किया जाएगा। चिखली स्थित 8 हेक्टर क्षेत्र में 300 एमएलडी क्षमता का जलशुद्धीकरण केंद्र प्रस्तावित है। इसकी डिजाइन बनाने और फिलहाल 100 एमएलडी क्षमता का जलशुद्धीकरण केंद्र का निर्माण करने व उसके 10 साल तक परिचालन व देखभाल दुरुस्ती का प्रस्ताव स्थायी समिति के समक्ष पेश किया गया था। दो सभाओं में स्थगित रखने के बाद आज विशेष सभा का आयोजन किया गया था। इसमें इस परियोजना और उसके लिए 122 करोड़ रुपए खर्च को मंजूरी दी गई।