मतिमंद विद्यालय की लापरवाही के चलते 16 वर्षीय लड़की की मौत

समाचार ऑनलाइन

गुणवंती परस्ते

पुणे के मतिमंद स्कूल में लापरवाही के चलते 16 साल की वैष्णवी की मौत होने की घटना घटी। ज्ञात हो कि इस संबंध में पुणे समाचार की प्रतिनिधी ने स्टिंग ऑपरेशन भी किया था, जिसमें अक्षरस्पर्श निवासी मतिमंद विद्यालय (कार्यशाला) में बच्चों की खास्ता हालत को बयां किया गया था। इस संबंध में विद्यालय पर कार्रवाई करने के लिए समाज कल्याण विभाग, पुलिस प्रशासन के घरवालों द्वारा काफी चक्कर लगाए गए थे। परिवारजनों के काफी चक्कर लगाने के बाद सहकारनगर पुलिस स्टेशन में बच्ची के साथ मारपीट किए जाने का मामला दर्ज किया गया था। बच्ची की आज मंगलवार की सुबह 11 बजे ससून हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई।

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वैष्णवी के घरवालों ने आरोप लगाया था कि बच्ची के साथ विद्यालय में बेहरमी से मारपीट की गई है। बच्ची के शरीर में चोट के गहरे निशान हैं। बच्ची को ससून में इलाज के लिए भरती किया गया था। बच्ची की हालत काफी गंभीर थी। बच्ची मानसिक रूप से बीमार थी इसलिए अपनी व्यथा किसी को बता नहीं सकी। पर बच्ची के शरीर में गहरे चोट के निशान बच्ची के साथ हुए प्रताड़ता की दस्तां बयां करते हैं। परिवारजनों ने इस मामले में आरोप लगाया है कि उनके बच्ची की मौत के लिए सिर्फ विद्यालय का प्रशासन जिम्मेदार है।
विद्यालय में बच्चों को ठीक से भोजन नहीं दिया जाता था और वैष्णवी को फिट की बीमारी थी। बिना डॉक्टर की सलाह के विद्यालय प्रशासन द्वारा बच्ची की दवाईयां बंद कर दी गई थी। बच्ची की हालत खराब होने के बाद बच्ची के घरवालों को बुलाकर बच्ची को ले जाने के लिए कहा था। बच्ची की तबीयत खराब होने के बाद बच्ची को ससून हॉस्पिटल में भरती कराने के बाद मारपीट किए जाने का सच बाहर आया था और साथ ही बच्ची की दवाईयां बंद किए जाने के बाद से बच्ची का स्वास्थ्य बिगड़ने की बात भी सामने आयी थी।

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वैष्णवी की मौत के लिए परिवारजन अक्षरस्पर्श निवासी मतिमंद विद्यालय के प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। दो महीने पहले 16 साल दिव्यांग बच्ची को विद्यालय में देखरेख के लिए रखा गया था, लेकिन कुछ दिनों  बाद जब बच्ची के भाई बहन वहां गए तो बच्ची की हालत इतनी खराब पायी गई कि उसे ससून हॉस्पिटल में भरती करने की नौबत आ गई थी। जिंदगी और मौत की लड़ाई में वैष्णवी की आज मौत हो गई।