तलाकशुदा को पासपोर्ट देने से इंकार! बहन ने लगाई सुषमा स्वराज से गुहार

नई दिल्ली: पासपोर्ट प्रक्रिया को आसान बनाने के भले ही लाख दावे किये जाएं, लेकिन लोगों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब इसे सिस्टम की खामी कहें या अधिकारियों की मनमानी कि आवेदकों को यहां-वहां भटकने के बाद भी न पासपोर्ट मिलता है और न सही जवाब। दिल्ली निवासी पूर्वा गुप्ता की बहन मानसी गुप्ता ने तत्काल कोटे में पासपोर्ट के नवीनीकरण के लिए अप्लाई किया था, लेकिन पासपोर्ट कार्यालय ने इंकार कर दिया। पूर्वा के मुताबिक, पासपोर्ट इशू न करने के पीछे तर्क ये दिया गया कि मेरी बहन तलाकशुदा है। हमें अगले महीने बाहर जाना था, लेकिन बहन का पासपोर्ट नहीं मिलने के चलते अब हमें अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी है।

सुषमा स्वराज से लगाई गुहार
पूर्वा ने इस मामले में अब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से गुहार लगाई है। पूर्वा ने अपने एक ट्वीट में विदेशमंत्री को टैग करते हुए उन्हें पूरे मामले से अवगत कराया है। साथ ही उन्होंने सवाल पूछा है कि आखिर एक तलाकशुदा महिला को तत्काल में पासपोर्ट क्यों नहीं मिल सकता?

जानकारी में बदलाव नहीं
अपने ट्वीट में पूर्वा ने कहा है कि उनकी बहन मानसी ने न तो अपना नाम बदला है और न पता। वैसे भी उन्हें केवल अपने पासपोर्ट का नवीनीकरण करवाना है, यदि कोई अतिरिक्त डॉक्यूमेंट चाहिए तो हम देने को तैयार हैं, लेकिन इस तरह से तत्काल में पासपोर्ट इशू न करना समझ से परे है। मानसी का भी कहना है कि उनके पासपोर्ट में दी गई जानकारी में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ है।

साम्प्रदायिक रंग देने को कोशिश
पूर्वा के इस ट्वीट को कुछ यूजर साम्प्रदायिक रंग देने का प्रयास कर रहे हैं। उनका कहना है कि चूंकि मानसी हिन्दू हैं इसलिए उसके पासपोर्ट में अड़चनें आ रही हैं, यदि वो अल्पसंख्यक होतीं तो ऐसा नहीं होता। हालांकि पूर्वा ने साफ़ कहा है कि वो इस मामले को बेवजह का तूल देना नहीं चाहतीं, उनका मकसद केवल अपनी समस्या से विदेशमंत्री को रूबरू कराना है।