पुणे में एक और बैंक घोटाला, संचालकों सहित 21 गिरफ्तार

पुणे समाचार
पुणे में एक और बैंक घोटाला सामने आने के बाद पुलिस ने गुरुवार को स्थानीय बैंक के 19 संचालकों और दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया, हालांकि बाद में उन्हें जमानत मिल गई। आरोप है कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर राजगुरू नगर बैंक के संचालकों की मिलीभगत से 58 लाख रुपए का लोन दिया गया। पुलिस के अनुसार इस मामले में संचालक अध्यक्ष, अध्यक्ष सहित दो बैंक कर्मचारियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, कोर्ट ने सभी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस मामले में विजय नथू पाखले (विशेष लेखा परीक्षक) ने विश्रामबाग पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की थी।

आरोपी बैंक संचालकों में दीपक पोपट वारूले, धनंजय मधुकर कहाणे, प्रताप महादेव आहेर, किरण चंद्रकांत आहेर, किरण चंद्रकांत आहेर, किरण वसंतराव मांजरे, अशोक महादू भुजबल, राजेंद्र मारूती सांडभोर, दत्तात्रय काशीनाथ गोरे, विजया शिंदे, राजेंद्र वालुंज, गणेश एकनाथ ठिकले, राहुल पोपटराव तांबे, हेमलता सेनापति टाकलकर, दिनेश रमेश ओसवाल, सतीश बबनराव नायकडेपाटील, परेश चंद्रकांत खांगटे, नंदकिशोर रखमाजी सोनावणे, विनायक शुरसेन घुमटकर, मुकुंद मारूती आवटे, अशोक मोतीलाल ओसवाल, अशोक कोंडाजी गावडे हैं। इनकी मिलीभगत से राहुल गोसावी, विनय गोसावी और विवेक ठोंबरे को 58 लाख का वाहन कर्ज दिया गया था।