एक वरिष्ठ पत्रकार और वन्यजीव कार्यकर्ता ने ‘इस’ जीव की रक्षा के लिए ठुकरा दिए 20 लाख रुपए, अब हो रही है प्रशंसा   

समाचार ऑनलाइन : आज के समय में लोग पैसे के लिए अपना ईमान तक बेच देते हैं. इतना ही नहीं मुट्ठीभर पैसों के लिए किसी की जान तक लेने के लिए हिचकिचाते नहीं हैं. लेकिन हाल ही में एक ऐसा शख्स सामने आया है, जिसने एक खतरनाक प्राणी की रक्षा करने के लिए करोड़ों रुपए ठुकरा दिए.
इस खतरनाक जीव के लिए शख्स ने ठुकराए 20 लाख रु, लोग कर रहे तारीफ़लोगों के सामने इतनी बड़ी मिशाल पेश करने वाले एक वरिष्ठ पत्रकार जयंत के दास हैं, जो वन्यजीव कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते हैं. उन्होंने हाल ही में विलुप्त हो रही वन्यजीव टेको गेको नामक प्रजाति के सरीसृप को शिकारियों के चंगुल से बचाया है. बताया जाता है कि कई देशों में लाखों-करोड़ों में बेचा जाता है. क्योंकी माना जाता है कि इससे HIV जैसी लाइलाज बीमारी भी ठीक हो जाती है.
इस खतरनाक जीव के लिए शख्स ने ठुकराए 20 लाख रु, लोग कर रहे तारीफ़
असम और दूसरे पूर्वोत्तर राज्यों में पाया जाता है
सामान्यतः यह जीव असम और दूसरे पूर्वोत्तर राज्यों में पाया जाता है. लेकिन धीरे-धीरे यह विलुप्त हो रहे हैं. ऐसे में जयंत के दास इसे बचाकर दूसरों के लिए एक अच्छा उदाहरण पेश किया है. इस घटना की जानकारी उन्होंने ट्वीट कर दी है. साथ ही अपने ट्वीट में उन्होंने शिकारियों से बचाई गई छिपकली की फोटो भी पोस्ट की  है.

ठुकरा दिए 20 लाख रुपए ….
वन्यजीव कार्यकर्ता जयंत के दास ने अपने द्वारा किए गए ट्वीट में उन्होंने यह दावा करते लिखा है कि, उन् अवैध शिकारियों से लड़कर सरीसृप को उनको चंगुल से आजाद करवाया है. साथ-ही उन्होंने ट्वीट कर यह भी दावा किया है कि, शिकारी उन्हें 20 लाख रुपये की घूस दे रहे थे, ताकि मैं उन्हे जाने दूँ. लेकिन वह अपने मंसूबों में कामयाब नही हो सके. हालांकि शिकारियों से बचाने के बाद दस ने इस खतरनाक जीव को जंगल में छोड़ दिया है.

उन्होंने सोशल मीडिया पर यह लिखा है कि, एक वन्यप्राणी को बचाकर उन्हे गर्व महसूस हो रहा है, जबकि 20 लाख रुपए खोने का उन्हे कोई पछतावा नही है. इस वाकये के बाद सोशल मीडिया पर इस शख्स की जमकर तारीफ़ हो रही है.

बेशकीमती है यह वन्यजीव…
आपको यह जानकार यह हैरानी होगी की विलुप्त हो रहे इस वन्यजीव की अंतर्राष्टीय मार्केट में बहुत मांग है. इसके चलते इसकी बाजार में कीमत लगभग 14करोड़ 45 लाख रुपये है.

चीन और कोरिया के कोरिया के अरबपतियों द्वारा ये प्राणी खरीदे जाते हैं,  क्योंकि इनका मानना है कि यह HIV बीमारी ठीक कर सकता है. माना जाता है कि इसकी जीभ से बनी दवाई से HIV बीमारी तक को ठीक करने में कारगर हो सकती है. यही कारण है की चीन औऱ कोरिया के बाजारों में इसकी कीमत इतनी ज्यादा है.