उद्यान विभाग की मनमानी उजागर; जामुन की बजाय काट के गए बबूल

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन

पिंपरी चिंचवड़ मनपा के उद्यान विभाग के कर्मचारियों की मनमानी व अजीबोगरीब कार्यप्रणाली का एक और उदाहरण सामने आया है। चिंचवड़ के बिजलीनगर इलाके के स्थानीय नागरिकों ने एक अपार्टमेंट को बाधा पहुंचाने वाले जामुन के पेड़ को हटाने की मांग की थी। उद्यान विभाग के कर्मचारियों ने उनकी दरकार तो सुनी मगर जामुन के बजाय बबूल का पेड़ काट ले गये। उनकी इस मनमानी पर स्थानीय नागरिकों ने कड़ी नाराजगी जताते हुए सम्बन्धितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

इस बारे में वरिष्ठ समाजसेविका और राजपूत महिला मंडल की अध्यक्षा नीता परदेशी ने बताया कि, बिजलीनगर के जान्हवी अपार्टमेंट में बाधा पहुंचाने वाले एक जामुन के पेड़ को काटने के लिये उद्यान विभाग को अर्जी दी गई थी। 20 से 25 दिन बाद जब उन्होंने अपनी अर्जी के बारे में पूछताछ की तब उद्यान विभाग ने उसकी सुध ली। इसके बाद विभाग के कर्मचारियों ने जान्हवी अपार्टमेंट से 200 मीटर दूर एक बबूल का पेड़ काट दिया। जब परदेशी ने उनसे पूछताछ की तब उन्होंने उन्हें यही पेड़ हटाने के आदेश मिलने की जानकारी दी।

जब उद्यान विभाग में जाकर पूछताछ की गई तब उनकी अर्जी पर बबूल का पेड़ हटाने का आदेश दिए जाने की बात सामने आई। इस पर डांट पिलाने के बाद उद्यान विभाग के कर्मचारियों ने जान्हवी अपार्टमेंट के जामुन के पेड़ की टहनियों को छाँट दिया। परदेशी ने उद्यान विभाग की मनमानी पर कड़ी नाराजगी जताते हुए आरोप लगाया कि, बबूल की लकड़ियों को ज्यादा दाम मिलता है इसलिए उद्यान विभाग द्वारा उसके पेड़ काटकर उसकी लकड़ियों को बेचने का गोरखधंधा किया जाता है। ऐसे अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी उन्होंने एक विज्ञप्ति के जरिए की है।