मशहूर महिला कोरियोग्राफर ने किया कास्टिंग काउच का समर्थन!

कहा, ये तो बाबा आदम के जमाने से है शुरू; बलात्कार के बाद मिलती है रोजीरोटी

सांगली। पुणे समाचार ऑनलाइन
एक तरफ बलात्कार व महिला अत्याचार की बढ़ती वारदातों पर पूरे देशभर में आक्रोश व्याप्त है, वहीं इस तरह की घटनाओं का समर्थन करने वाले बयान इस आग में घी का काम कर रहे हैं। राजनेताओं के बाद अब फ़िल्म इंडस्ट्री से इस तरह की घटनाओं का समर्थन किया गया है। जानी मानी कोरियोग्राफर सरोज खान ने सांगली के एक कार्यक्रम में इंडस्ट्री में किसी भी लड़की को बलात्कार के बाद छोड़ नहीं दिया जाता, बल्कि उसे काम औऱ रोजीरोटी भी दी जाती है।

सांगली में फ्यूज़न डांस एकेडमी की ओर से आयोजित एक दिवसीय डांस प्रशिक्षण शिविर के लिए पधारी कोरियोग्राफर सरोज खान ने फ़िल्म इंडस्ट्री के लिये बदनुमा दाग बन चुके कास्टिंग काउच का भी समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि, कास्टिंग काउच इंडस्ट्री के लिए नई बात नहीं है, बल्कि यह तो बाबा आदम के जमाने से होता चला आया है। हांलाकि इंडस्ट्री में बलात्कार के बाद लड़कियों को छोड़ नहीं दिया जाता, उसे काम और रोजीरोटी भी दी जाती है। इतना कहकर खान रुकी नहीं बल्कि उन्होंने सरकारी महकमों में भी लड़कियों पर हाथ साफ किया जाता है, यह आरोप भी लगाया।

कठुआ, उन्नाव, रोहतक, ऐटा, ग्वालियर हर रोज मासूम लड़कियों से दुष्कर्म की वारदातें सामने आ रही है। इन घटनाओं से देशवासियों में भारी गुस्सा देखा जा रहा है। देश के कोने कोने से बलात्कार के मामलों में फाँसी और कानून में सुधार की मांग की जा रही है। लोगों का आक्रोश देख सकते में आई भाजपा सरकार ने कानून में बदलाव कर 12 साल से कम उम्र की बच्चियों से दुष्कर्म मामलों में फांसी की सजा का प्रावधान किया है। इसके बावजूद बलात्कार और महिला अत्याचार से जुड़े मामलों में बेबाक और ऊलजलूल बयान देनेवालों की संख्या कम नहीं हो रही। राजनेताओं के बाद अब तो फ़िल्म इंडस्ट्री से वह भी खासकर एक महिला की ओर से आये इस विवादित बयान पर बवाल मचने के आसार नजर आ रहे हैं।