बैंक ऑफ महाराष्ट्र के अध्यक्ष रविंद्र मराठे ससून में एडमिट

पुणे समाचार

डी.एस.कुलकर्णी की कंपनी को नियमों को ताक पर रखकर कर्ज देने के मामले में कल (बुधवार) बैंक ऑफ महाराष्ट्र के मुख्य प्रबंधकीय संचालक रविंद्र मराठे को देर रात ससून हॉस्पिटल में भरती किया गया है।

डी.एस कुलकर्णी को अपने पद के अधिकार का गलत इस्तेमाल करके कर्ज देने के मामले में पुणे शहर पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने बुधवार की दोपहर को रविंद्र मराठे सहित बैंक के चार अधिकारी, पूर्व अध्यक्ष और चार्टड अकाऊंट को गिरफ्तार किया था और उसके बाद उन्हें शिवाजीनगर जिला कोर्ट में ले जाया गया था। कोर्ट ने 27 जून तक सभी को पुलिस कस्टडी सुनायी है। उसके बाद इन सभी को पुणे पुलिस आयुक्तालय में लाया गया था, उसके बाद सभी को खाना खिलाया गया, खाना खाने के बाद रात 2 बजे के करीब रविंद्र मराठे को सीने में तकलीफ होने लगी। रविंद्र मराठे ने पुलिस को सीने में तकलीफ होने की बात बतायी। उनकी उम्र को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने तुरंत उन्हें ससून हॉस्पिटल में भरती कराया।

रविंद्र मराठे को ससून में भरती करने के बाद तुरंत जांच की गई तो उनका बीपी बढ़ा हुआ पाया गया। उनपर आवश्यक सभी इलाज किए गए, अभी उनकी तबीयत स्थिर है। ऐसा ससून हॉस्पिटल की ओर से बताया गया है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के अध्यक्ष रविंद्र मराठे, कार्यकारी संचालक राजेंद्र के गुप्ता, डीएसके के सीए सुनील घाटपांडे, डीएसके की कंपनी के एक विभाग के उपाध्यक्ष राजीव नेवासकर, बैंक ऑफ महाराष्ट्र के पूर्व अध्यक्ष सुशील मुहनोत (जयपुर) और बैंक ऑफ महाराष्ट्र के जोन के मैनेजर नित्यानंद देशपांडे (अहमदाबाद) को कल गिरफ्तार किया गया था। कोर्ट ने 27 जून तक सभी को पुलिस कस्टडी में रखने का आदेश दिया है।