आखिर सवालों से क्यों कतरा रहे हैं पुणे के पालकमंत्री ?

मासूमों के यौन शोषण के मसले पर चुप्पी कायम

पिंपरी। समाचार ऑनलाइन

बीते कुछ दिनों से पिंपरी चिंचवड़ शहर में मासूम बच्चियों के साथ यौनाचार के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। हिंजवड़ी, पिंपरी, थेरगांव, बिजलीनगर मानों ऐसी वारदातों की श्रृंखला ही शुरू हो। एक वारदात में दुष्कर्म का शिकार बनी बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई जबकि पिंपरी की वारदात में तो सात साल की बच्ची की निर्ममता से हत्या कर दी गई। बाल यौन उत्पीड़न के मामलों से जहां पूरे शहर में आक्रोश व्याप्त है वहीं पिंपरी चिंचवड़ समेत समस्त पुणे जिले का पालकत्व स्वीकारे हुए जिले के पालकमंत्री गिरीश बापट इस पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। दो दिन पहले वे पिंपरी चिंचवड में आये भी थे, तब संवाददाताओं के सवाल उठाए जाने के बाद भी उन्होंने अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी। अब उनकी चुप्पी खुद एक सवाल बनकर रह गई है।

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लगातार सामने आ रहे बाल यौन उत्पीड़न के मामलों से पूरे शहर में आक्रोश व्याप्त है। हिंजवड़ी में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार बनी बच्चियों के परिवार से मिलकर सांत्वना देने और उन्हें इंसाफ दिलाने का भरोसा दिलाने वालों का तांता लगा रहा। पिंपरी चिंचवड़ मनपा की सर्व साधारण सभा में भी इन मामलों पर गहरी चिंता जताई गई। मगर जिले के पालकमंत्री गिरीश बापट इस पूरे मामले में अब तक चुप्पी साधे हुए हैं। उनकी चुप्पी पर भूतपूर्व पालकमंत्री और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने जमकर हमला भी बोला। हाल ही में बापट चिखली पुलिस थाने के उदघाटन के लिए पिंपरी चिंचवड शहर पधारे थे। तब मीडिया कर्मियों ने उनसे इस मसले पर बात कहनी चाही तो उन बातों के लिए यह सही जगह और वक्त नहीं बताकर टाल गए। यहां तक कि पुणे में नहर फटने के हादसे के बारे में पूछने पर भी उन्होंने यही जवाब दिया। सवाल यह खड़ा हुआ है कि आखिर पालकमंत्री की चुप्पी की वजह क्या है। उनकी चुप्पी पर सवाल उठाते हुए महिला कांग्रेस की शहराध्यक्षा गिरिजा कुदले ने पालकमंत्री के इस्तीफे की मांग की है।

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गौरतलब हो कि, गत दिनों हिंजवड़ी पुलिस थाने की सीमा में कासारसाईं में 12 साल की दो बच्चियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात सामने आई। इनमें से एक बच्ची ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस मामले में चार आरोपियों पर शिकंजा कसा गया। इसके बाद एक आईटी कर्मी युवती के साथ होस्टल में उसके कमरे में घुसकर उसके साथ जबर्दस्ती की कोशिश की गई। इस मामले की शिकायत लेने में टालमटोल किये जाने की बात सामने आने के बाद पिंपरी चिंचवड़ के पुलिस आयुक्त आरके पद्मनाभन ने एक सहायक पुलिस निरीक्षक को कंट्रोल रूम में ट्रांसफर कर दिया और वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक का डिमोशन करते हुए दोनों की जांच के आदेश दिए गए।

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इसके बाद पिंपरी बौद्धनगर की एक सात साल की बच्ची की निर्मम हत्या की घटना सामने आई। उसकी लाश एचए कंपनी के मैदान में पायी गई। इसके पश्चात चिंचवड़ बिजलीनगर में एक तड़ीपार अपराधी द्वारा चार साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किये जाने की घटना सामने आई। इस मामले के आरोपी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद थेरगांव में एक और मासूम का उसके पिता और अन्य लोगों ने यौन उत्पीड़न किये जाने की वारदात सामने आई।