गो हत्या के बाद बुलंदशहर में भारी हिंसा, SIT जांच के आदेश

बुलंदशहर : समाचार ऑनलाइन –  उत्तर प्रदेश के मेरठ मंडल से जुड़े बुलंदशहर जनपद में सोमवार को कथित तौर पर गोकशी के बाद मचे बवाल में गुस्साई भीड़ ने स्याना थाने के इंस्पेक्टर की पत्थर या किसी वस्तु से मार कर हत्या कर दी गई । वहीं, गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई। प्रदेश सरकार ने इस मामले में जांच एडीजी इंटेलीजेंस को सौंपी है जो 48 घंटे के अंदर रिपोर्ट देंगे। इसके साथ ही मेरठ रेंज के महानिदेशक की अध्यक्षता में एक एसआईटी का भी गठन किया है।

बुलंदशहर में हुई घटना में पांच पुलिस कर्मी तथा आधा दर्जन आम लोगों को भी मामूली चोटें आयी है । भीड़ की हिंसा में कई गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया गया है तथा तीन कारों को आग लगा दी गई। बताया जा रहा है कि इस हिंसा में तीन गांव के करीब चार सौ लोग शामिल हैं। गोकशी की खबर से गुस्साई भीड़ ने इस दौरान पुलिस पर पथराव करते हुए उसके कई वाहनों और चिंगरावठी पुलिस चौकी में आग लगा दी। मामले की सूचना मिलने के बाद कई थानों की पुलिस और आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गये और हालात को काबू में करने के प्रयाश किये जा रहे हैं। मेरठ मंडल की आयुक्त अनीता सी मेश्राम ने इस मामले में स्याना के कोतवाल सुबोध कुमार सिंह की मौत की पुष्टि की है।

उधर, लखनऊ में सोमवार शाम एडीजी कानून व्यवस्था आनंद कुमार ने पत्रकारों को बताया कि बुलंदशहर में हुई हिंसा के दौरान पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की मौत इलाज के दौरान हुई। संभवतः उन्हें कोई पत्थर या भारी वस्तु लगी थी। कथित गोकशी की घटना के बाद पथराव में एक थाना इंचार्ज और एक अन्य की मौत मामले की जांच एडीजी इंटेलीजेंस करेंगे और 48 घंटे के अंदर अपनी गोपनीय रिपोर्ट सौपेंगे। उन्होंने बताया कि पुलिस महानिदेशक मेरठ की अध्यक्षता में एक एसआईटी का भी गठन किया गया है जिसमे तीन से चार अधिकारी शामिल होंगे जो पूरी घटना की गहनता से जांच कर अपनी रिपोर्ट शासन को सौपेंगे। एडीजी आनंद ने बताया कि जिलाधिकारी बुलंदशहर ने इस घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिये हैं। अभी इस सम्बन्ध में एक मामला गोकशी का दर्ज़ किया गया है जिसमे सात नामजद हैं, लेकिन अभी सुरक्षा की दृष्टि के इन लोगों के नाम नहीं बताये जा सकते हैं।