टमाटर के बाद अब पान के लिए तरसेगा पाकिस्तान

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश का माहौल है। देश में सरकार, सेना, किसान व्यापारी आदि हर कोई अपने-अपने स्तर पर पाकिस्तान का विरोध जता रहा है। जिसमें टमाटर के बाद अब मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के पान कृषकों ने पाकिस्तान को पान न भेजने का संकल्प लिया है।

बताया जा रहा है कि छतरपुर जिले के गढ़ीमलहरा, महाराजपुर, पिपट, पनागर और महोबा जिले में पान की अच्छी-खासी पैदावार होती है। यहां से यह पान देश के कई शहरों समेत पाकिस्तान, श्रीलंका आदि देशों में भी पान भेजा जाता है। इस दौरान पान किसानों का कहना है कि पुलवामा हमले से हम दुखी हैं। आतंकियों ने हमारे जवानों का खून बहाया है ऐसे में हम पान पाकिस्तान को नहीं बेचेंगे। भले ही हमें नुकसान क्यों ना उठाना पड़े। बता दें कि छतरपुर का पान मेरठ और शहारंगपुर से पाकिस्तान भेजा जाता है। यहां से हर सप्ताह 45 से 50 बंडल पान पाकिस्तान भेजे जाते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, पान के एक बंडल की कीमत 30 हजार रुपये है। ऐसे में पान किसानों का अनुमानित 13 से 15 लाख रुपये का नुकसान होगा, लेकिन इसके बावजूद किसानों का कहना है कि नफा-नुकसान की कोई चिंता नहीं है। भारत सरकार जब पानी न देने जैसा बड़ा फैसला ले सकती है तो हम अपने भारत देश की खातिर इतना तो कर ही सकते हैं।

बता दें कि हमले के बाद से भारत पाकिस्तान में तनाव का माहौल बना हुआ है। देश के बाघा बॉर्डर पर सैकड़ों के संख्या में माल से लदी ट्रक खड़ी है। पुलवामा हमले के बाद मध्यप्रदेश के झाबुआ में टमाटर उत्पादक किसानों ने पाकिस्तान को टमाटर निर्यात नहीं करने का फैसला किया है। जिसका सीधा असर पाकिस्तान में दिखाई देने लगा है। पेटलावद में उगने वाला टमाटर एक्सपोर्ट क्वालिटी का होता है जिसकी पाकिस्तान में अच्छी मांग है, लेकिन पुलवामा में हुए हमले के बाद किसानों ने मुनाफे से ज्यादा पाकिस्तान को सबक सिखाने की ठानी है। इसलिए एक्सपोर्ट पर रोक लगा दी गई है।