गोल्ड जीतने के बाद हिमा दास के बारे गूगल पर ये किया जाने लगा सर्च?

नई दिल्ली। समाचार ऑनलाइन

फिनलैंड में आईएएएफ वर्ल्ड अंडर-20 एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की 400 मीटर रेस में गोल्ड मेडल जीतने वाली हिमा दास ने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है। असम के एक छोटे से गांव में पली बढ़ी हिमा किसी विश्व चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला धावक रही हैं। अपनी इस उपलब्धि से 18 साल की यह एथलीट रातों रात सुर्खियों में छा गई। मगर गूगल पर उनके बारे में जो सर्च किया जा रहा, उससे न केवल ताज्जुब होगा बल्कि शर्म भी महसूस होती है।

‘हिमा दास कास्ट’

आज हर जुबान पर उनका नाम है और कई लोग ऐसे भी हैं कि जो उनके बारे जानने के लिए गूगल का सहारा ले रहे हैं। मगर गूगल पर हिमा दास की उपलब्धि के बजाय उनकी जाति के बारे में ज्यादा सर्च किया जा रहा है। गूगल पर उनके नाम के बाद ‘हिमा दास कास्ट’ सबसे ज्यादा सर्च किया गया टॉपिक है। हिमा दास के गोल्ड मेडल जीतने के बाद उनको और खासकर उनकी जाति को लेकर गूगल सर्च में काफी उछाल देखा गया। गूगल ट्रेंड के आंकड़े बताते हैं कि लोगों ने सबसे ज्यादा हिमा दास की जाति पता करने की कोशिश की।

‘भारत एक दुखी देश है’

इस बारे में सोशल मीडिया पर काफी लोगों ने अपनी राय रखी है। हरीश नाम ने एक यूजर ने लिखा, यह भारत का भाग्य है। शर्मनाक है कि लोग उनकी जाति के बारे में जानकारी लेना चाहते हैं। इस बारे में एक ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘भारत एक दुखी देश है।’ गूगल पर हिमा की जाति पता करनेवालों में सबसे ज्यादा संख्या असम और उसके बाद पड़ोसी अरुणाचल प्रदेश का नंबर आता है। गौर करने वाली बात यह भी रही कि गूगल पर जैसे ही हिमा टाइप करते हैं, तो तुरंत ही ‘हिमा दास  की जाति’ का ऑप्शन ऊपर दिखने लगता है।

दिग्गज हस्तियों ने ट्वीट किए

हिमा ने जब गोल्ड जीता था तो उनकी तारीफ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दिग्गज हस्तियों ने ट्वीट किए थे। मोदी ने लिखा था, ‘हिमा की जीत के कभी न भूलनेवाले पल। जीतने के बाद जिस तरीके से वह तिरंगे को खोज रही थीं और फिर राष्ट्रगान के वक्त उनका भावुक होना मेरे दिल को छू गया। इस विडियो को देखकर कौन ऐसा भारतीय होगा जिसकी आंखों में खुशी के आंसू नहीं होंगे!’ असम की हिमा ने 51.46 सेकंड का समय लेते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। यह पहला मौका नहीं जब लोग किसी शख्सियत की जाति जानने में जुटे दिखे हो। इससे पहले बैडमिंटन चैम्पियन पीवी सिंधु ने जब रियो ओलिम्पिक में सिल्वर मेडल जीता तब भी कई लोगों ने गूगल पर उनकी जाति जानने की कोशिश की थी। इनमें आंध्र और तेलंगाना के लोगों खासी तादाद में थे।