एग्जिट पोल के तमाम नतीजे भाजपा के पक्ष में फिर भी भाजपा नेताओं में बेचैनी के पीछे का सच क्या है 

नई दिल्ली, 22 मई – देश के तमाम एग्जिट पोल्स में एनडीए की सरकार बनती हुई दिखाई दे रही है. हर तरफ से भाजपा को फायदा मिलता हुआ नज़र आ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह दोनों केंद्र में भाजपानीत एनडीए की सरकार बनाने का विश्वास दिखा रहे हैं। केंद्र सरकार के हर मंत्री भी टीवी चैनेलो पर इसी विश्वास को जाहिर कर रहे हैं लेकिन इसी पार्टी के कुछ नेताओ को एग्जिट पोल के नतीजों पर भरोसा नहीं है। कहा जा रहा है कि आरएसस, मुरली मनोहर जोशी और लाल कृष्ण आडवाणी के कुछ करीबियों और राज्य में घूम कर प्रचार करने वाले नेताओं को इस पर भरोसा नहीं है। मेरठ के एक बड़े नेता को भी लग रहा है कि 23 मई को रिजल्ट आने पर भाजपा की सीटें घटेंगी। 23 मई को आने वाले नतीजों को लेकर भाजपा नेताओं की बेचैनी बढ़ी है. सवाल है आखिर क्यों?

नौकरशाही भी सच्चाई ढूंढने में जुटे
बताया जा रहा है कि कई मंत्रालय के सचिव स्तर के अफसर तक चुनाव आयोग की मतगणना शुरू होने से पहले सच्चाई का पता लगाने में जुटे है। पत्र सुचना कार्यालय ने नई सरकार शपथ ग्रहण की तैयारी शुरू कर दी है। मंत्रालय के सचिव ने चुनाव ड्यूटी में तैनात कुछ अफसरों को बुलाकर उनसे राज्यवार डिटेल भी मांगा है। एक राज्यमंत्री के कार्यालय के उपसचिव भी मान रहे है कि एग्जिट पोल में सीटें अधिक दिखाई गई है। उनकी माने तो नतीजे अलग आ सकते हैं।

246-247 में सिमट जाएगी एनडीए
सूत्र का मानना है कि भाजपा को अधिकतम दिल्ली में 5, गुजरात में 21, मध्य प्रदेश में 18, छत्तीशगढ़ में 4, राजस्थान में 19, उत्तर प्रदेश में 38, बिहार में 28, झारखंड में 5, पश्चिम बंगाल में 11, हरियाणा में 6, पंजाब में 4, महाराष्ट्र में 31, असम समेत पूर्वोत्तर में 17, तमिलनाडु में 4, गोवा में 2, जम्मू कश्मीर में दो और और चंडीगढ़ की एक सीट जीतेंगी।

बनेगी भाजपा की सरकार, मोदी ही होंगे पीएम
लेकिन भाजपा नेताओं को यह पूरा भरोसा है कि भाजपा की ही सरकार बनेगी। सबसे बड़ा दाल भाजपा कर सबसे बड़ा गठबंधन एनडीए ही होगा। माना जा रहा है पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी बन सकते हैं। अमित शाह के बारे में कहा जा रहा है कि वे देश के अगले गृहमंत्री होंगे।

चुनाव नतीजों से पहले भाजपा मुख्यायल में बैठक और रात्रि भोज क्यों
इस संबंध में उत्तर प्रदेश के एक नेता का कहना है कि एग्जिट पोल के नतीजे चाहे जो हो ये तय हो गया है कि फिर से नरेंद्र मोदी की सरकार बनेगी। इससे जहां एनडीए की ताकत बढ़ेगी वही विपक्ष में बेचैनी रहेगी। यह सत्ता के लिए अच्छा रहेगा और इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह का राजनीतिक कौशल भी खुल कर सामने आ जाएगा।


एग्जिट पोल पर बंटी हुई राय
माना जा रहा है एग्जिट पोल के नतीजे सही साबित हो और भाजपा आराम से सरकार बना पाए। इसे लेकर सत्तापक्ष में पूरा विश्वास बना हुआ है। लेकिन सत्तापक्ष के कुछ नेता बिना सामने आये ये मान रहे है कि एग्जिट पोल के नतीजे सही साबित नहीं होंगे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कार्यकताओ से संयम बरतने की सलाह दी है। शरद पवार ने एग्जिट पोल को नौटंकी करार दिया है। मायावती और अखिलेश भी इस पर असहमति जता चुके है। यही वजह है कि भाजपा नेताओं में घबराहट है। लेकिन नतीजों से इतर शेयर बाजार में फ़िलहाल अच्छा माहौल है।