आंबेडकर और ओवैसी ने मिलाया हाथ

औरंगाबाद | समाचार ऑनलाइन

गांधी जयंती के अवसर पर आज महाराष्ट्र के औरंगाबाद में आंबेडकर और असदुद्दीन ओवैसी मिलकर रैली कर रहे हैं। महाराष्ट्र में सक्रिय बहुजन रिपब्लिकन पार्टी- बहुजन महासंघ के नेता प्रकाश आंबेडकर और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने आपस में हाथ मिलाया है। खबरों की माने तो दलित और मुस्लिम वोटों के बिखराव को रोकने के लिए दोनों नेताओं ने साथ आने का फैसला किया है।

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ओवैसी महाराष्ट्र में अपनी राजनीतिक जड़े जमाने के लिए काफी समय से कोशिश कर रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को दो सीटें मिली थी। इसके अलावा महाराष्ट्र की बात करें तो स्थानीय निकायों में एआईएमआईएम के करीब 150 प्रतिनिधि चुनाव जीतने में कामयाब रहे थे।

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महाराष्ट्र में करीब 17 प्रतिशत दलित और 13 फीसदी मुस्लिम आबादी है। औरंगाबाद, बीड, नांदेड़ और उस्मानाबाद में बड़ी तादाद में मुसलमान रहते हैं। वही परभनी, लातूर, जालना और हिंगोली में भी मुस्लिम मतदाता की आबादी है। जबकि दलित समुदाय वाले क्षेत्रों में औरंगाबाद, बीड, लातूर, उस्मानाबाद और नांदेड़ यह जिले आते हैं।

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एससी/एसटी एक्ट और भीमा कोरेगांव हिंसा के खिलाफ हुए प्रदर्शनों से प्रकाश आंबेडकर महाराष्ट्र की राजनीति में दलित चेहरे के तौर पर उभरे हैं। इसके बाद वो लगातार बीजेपी और मोदी सरकार के खिलाफ विरोध कर रहे हैं। प्रकाश अंबेडकर का सियासी आधार विदर्भ इलाके के अकोला जिले और उसके आसपास में माना जाता है। हालांकि उन्हें अभी चुनावी कामयाबी का इंतजार है।

यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान भी ओवैसी ने बसपा के साथ गठबंधन की कोशिश की थी, लेकिन मायावती ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया था। लेकिन ओवैसी अब चाहते है की बीबीएम नेता प्रकाश अंबेडकर के साथ मिलकर महाराष्ट्र में अपनी पकड़ मजबूत करे।

विद्यापन