Army Recruitment Exam Paper Leak: पुणे पुलिस के क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई! सेना भर्ती पेपर लीक मामले में बड़े अधिकारी को सिकंदराबाद से किया गिरफ्तार, साथी को दिल्ली से पकड़ा

पुणे: सेना भर्ती पेपर लीक मामले में पुणे पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इस क्राइम के मुख्य सुत्रधार रहे सेना अधिकारी को गिरफ्तार किया है। भारत में होने वाले इस पेपर का वही भर्ती प्रमुख था। उसे सिकंदराबाद से गिरफ्तार किया गया है। वहीं उसके साथी को दिल्ली से हिरासत में लिया गया है।

भगतप्रीत सिंग बेदी गिरफ्तार किए गए सैन्य अधिकारी का नाम है। उसके साथ ही दिल्ली से नारेनपाटी वीरप्रसाद को भी पकड़ा है। देश में 40 केंद्रो पर आर्मी कॉन्स्टेबल पद की परीक्षा फरवरी महीने में होना था। हालांकि परीक्षा से पहले ही पेपर लीक होने की जानकारी आर्मी इंटेलिजेंस को मिली थी। उन्होने यह जानकारी पुणे पुलिस को दी। इसके अनुसार कार्रवाई करते हुए पुणे पुलिस के क्राइम ब्रांच ने भर्ती रैकेट का खुलासा किया। इसके बाद देश में खलबली मच गई। वही इस पेपर को रद्द किया गया था। अभी तक इसकी परीक्षा नहीं हुई है।

पुणे पुलिस ने जांच में पुणे और अन्य क्षेत्र के प्रशिक्षण केंद्र प्रमुख और कुछ आर्मी के लोगों को गिरफ्तार किया था। हालांकि पेपर कहां लीक हुआ यह समझ नहीं आया। हालांकि क्राइम ब्रांच के फिरौती विरोधी दस्ता इस मामले की जांच कर रहा था। तभी AOC सेंटर सिकंदराबाद स्थित भर्ती प्रक्रिया प्रमुख बेदी द्वारा पेपर लीक करने की जानकारी मिली। इसके अनुसार पुलिस ने सिकंदराबाद से बेदी को हिरासत में लिया। वहीं एक अन्य सहयोगी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। देश में हो रहे इस परीक्षा के प्रमुख के ही पेपर लीक में हाथ होने से खलबली मच गई है। इससे पहले पुणे के क्राइम ब्रांच  के फिरौती विरोधी दस्ते-1 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विट्ठल पाटिल ने वानवडी पुलिस थाने में मामला दर्ज कर किशोर गिरी (नि. मालेगांव, ता. बारामती, जि. पुणे), माधव गित्ते (नि. सैपर्स विहार कोलोनी, विश्रांतवाडी), गोपाल कोली (नि. बीईजी सेंटर, दिघी), उदय औटी (नि. बीईजी सेंटर, खडकी) को गिरफ्तार किया था।

यह कार्रवाई पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता, सह आयुक्त डॉ रवींद्र शिसवे, अप्पर आयुक्त (क्राइम) अशोक मोराले, उपायुक्त (क्राइम) श्रीनिवास घाडगे के मार्गदर्शन में सहायक आयुक्त लक्ष्मण बोराटे, फिरौती विरोधी दस्ते के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विट्ठल पाटिल, सहायक निरीक्षक संदीप बुवा, शिरीष भालेराव, सहायक फौजदार पांडुरंग वांजले, यशवंत ओंबासे, पुलिस हवलदार अतुल साठे, प्रवीण राजपुत, मधुकर तुपसौंदर, फुलपगारे, हेमा ढेंबे, पुलिस नाईक नितीन कांबले, गजानन सोलवलकर अश्विनी केकाण, राजेंद्र लांडगे, पुलिस कर्मचारी प्रफुल्ल चव्हाण, नितीन राव, विवेक जाधव, अमर पवार और पिराजी बेले की टीम ने की।