दादा वासवानी को श्रद्धांजलि के तौर पर बाजार बंद की अपील

पिंपरी। समाचार ऑनलाइन

समूचे विश्व को मानवता, शांति, शाकाहार संदेश देकर जीवनभर इसी के प्रचार प्रसार हेतु कार्यरत दादा जे पी वासवानी (99) का गुरुवार की सुबह देहांत हो गया। उन्हें श्रद्धांजलि के तौर पर पिंपरी कैम्प की दुकानें दिनभर बंद रखने की अपील स्थानीय सिंधी समुदाय और व्यापारियों ने की है।

दादा वासवानी भारत के सर्वाधिक सम्मानित आध्यात्मिक विभूतियों में से एक हैं। उनके देहांत से पुणे समेत देश- विदेश के उनके अनुयायियों में शोक व्याप्त है। पिंपरी कैम्प के सिंधी समुदाय और व्यापारियों ने कल (शुक्रवार) शाम पांच बजे तक अपनी दुकानें बंद रखने का फैसला किया है। इसकी जानकारी देते हुए पिंपरी चिंचवड़ शहर भाजपा के व्यापारी सेल के अध्यक्ष राजू नागपाल ने दादा को श्रद्धांजलि के तौर पर अपनी- अपनी दुकानें शाम पांच बजे तक बंद रखने की अपील की है।

शाकाहार के प्रबल समर्थक दादा जेपी वासवानी ने गुरुदेव साधु वासवानी के रास्ते पर चलते हुए, सभी जीवों के प्रति सम्मान के संदेश को फैलाना ही अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया। उनके प्रेरक नेतृत्व में साधु वासवानी मिशन ने आध्यात्मिक प्रगति, शिक्षा, चिकित्सा, महिला सशक्तीकरण, ग्रामोत्थान, राहत-बचाव, पशु कल्याण, ग्रामीण विकास तथा समाज के वंचित वर्गों की सेवा के विभिन्न सेवा-कार्यक्रमों के लिए निरंतर गंभीर व प्रबल काम किए हैं। आध्यात्मिक गुरु, शिक्षाविद् और दार्शनिक दादा जे.पी. वासवानी भारत के ज्ञान और वैश्विक भावना के सच्चे और आदर्श प्रतिरूप हैं।