एटीएम से पैसा निकालने पर ज्यादा ढीली होगी जेब, शुल्क बढ़ाने की तैयारी

नई दिल्ली:समाचार ऑनलाइन

एटीएम से पैसा निकालने पर आपकी जेब और और ढीली होने वाली है। बैंकों ने रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (आरबीआई) से एटीएम ट्रांजैक्शन चार्ज बढ़ाने की इजाजत मांगी है। बैंकों ने इसके लिए एटीएम अपग्रेडेशन से बढ़ने वाले वित्तीय बोझ का हवाला दिया है। दरअसल, आरबीआई ने सभी बैंकों को एटीएम अपग्रेडेशन का निर्देश दिया है। इससे बैंकों का वित्तीय बोझ बढ़ेगा और बैंक इस बोझ की भरपाई ग्राहकों से करना चाहते हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में एटीएम चार्ज बढ़ाया जा सकता है।

इस तरह बढ़ेंगे चार्ज
सूत्रों की यदि मानें तो बैंक एटीएम ट्रांजैक्शन चार्ज में दो तरह से बढ़ोतरी कर सकते हैं। जिसके तहत फ्री ट्रांजैक्शन खत्म होने के बाद वसूले जाने वाले 18 रुपए के चार्ज को बढ़ाकर 23 रुपए तक किया जा सकता है। इतना ही नहीं एटीएम से फ्री ट्रांजैक्शंस की संख्या भी कम की जा सकती है। गौरतलब है कि अधिकांश प्राइवेट बैंकों ने 3 ट्रांजैक्शन फ्री रखे हैं।

क्यों दिए थे निर्देश?
एटीएम से होने वाली धोखाधड़ी और बढ़ती हैकिंग को रोकने के लिए आरबीआई ने एटीएम को अपग्रेड करने के निर्देश दिए थे। बैंक एटीएम के अपग्रेडेशन को 6 चरणों में पूरा करना है, इसकी डेडलाइन भी तय हो गई है। पहला चरण अगस्त 2018 में खत्म होगा। यही वजह है कि बैंक जुलाई अंत तक एटीएम चार्ज में बढ़ोतरी कर सकते हैं।

क्या होना है अपग्रेड?
एटीएम अपग्रेडेशन में सबसे पहले बैंकों को बेसिक इनपुट-आउटपुट सिस्टम को अपग्रेड करना है। यह वो सिस्टम है, जो कम्प्यूटर को बूट करते वक्त इस्तेमाल किया जाता है। बैंकिंग प्रणाली में यह पहला सॉफ्टेवयर होता है। इससे हैकिंग से बचने में मदद मिलती है। ऑपरेटिंग सिस्टम को लोड करते वक़्त यह पूरे प्रोसेस को कॉन्फिगर करता है और बाद में कम्प्यूटर की मेमोरी में ऑपरेटिंग सिस्टम को लोड किया जाता है। इस सिस्टम को अपग्रेड करने के अलावा एटीएम में लगी कैसेट्स को भी रीकॉन्फिगर किया जाना है। इसके अलावा यूएसबी पोर्ट को भी डिसेबल करने के निर्देश दिए गए हैं।