शहर भर में फैले वाटर पाइपलाइन के जाल को ढूंढने का प्रयास असफल

पुणे : समाचार ऑनलाइन – शहर में 24 घंटे वाटर सप्लाई योजना को मंजूरी तो मिल गई है लेकिन इस योजना के लिए पाइपलाइन डालने के काम में नई-नई दिक्कतें सामने आ रही हैं. खास बात यह है कि 70 वर्षों में शहर में डाले गए पाइपलाइन के जाल की जानकारी मनपा के पास उपलब्ध नहीं है, इसलिए इस जाल को ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है. इसके एक भाग के रूप में पानी में कैमरे डालकर प्रवाह की दिशा तय करने के प्रयास किए गए लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली. इस योजना को आगे लेकर बढ़ने में आ रही परेशानी की जानकारी एक सीनियर अधिकारी ने दी.

पुणे मनपा ने शहर में समान वाटर सप्लाई के लिए 24 घंटे वाटर सप्लाई योजना को मंजूरी दी है. पहले चरण में टंकी के काम से शुरुआत की गई. पाइपलाइन और मीटर लगाने के कार्यों को मंजूरी दी गई. एसजीआई कंपनी ने इन कार्यों का डेवलपमेंट प्लान तैयार किया है. छह पैकेज में किए जाने वाले इन कार्यों में से पांच कार्यों का पैकेज एल एंड टी कंपनी के पास जबकि एक कार्य का पैकेज जैन इरिगेशन के पास है. पाइपलाइन का काम शुरू करने से पहले पाइपलाइन के जरिये होने वाली वाटर सप्लाई की दिशा और दबाव निश्चित कर उसी के हिसाब से वॉल्व के स्थान निश्चित करने और नई पाइपलाइन डालने की जगह निश्चित करने का प्रयास जारी है. इसके लिए बड़े पाइपलाइन्स में कैमरे छोड़े गए थे.

सबसे पहले यह प्रयोग पर्वती जलकेंद्र से निकलने वाले मुख्य पाइप में किया गया. डोर की मदद से छोड़े गए ये कैमरे किसी तरह से 100 मीटर तक जाने के बाद फंस गए. इसके बाद और दो जगहों पर इसी तरह का प्रयास किया गया, लेकिन पाइपलाइन में ज्वाइंट की जगह पर दोनों ही तरफ निर्मित होेने वाले दबाव की जगह पर कैमरे उलटने से वीडियो बनाने में परेशानी हो रही है. इसका रास्ता निकालने का प्रयास किया जा रहा है.