कार्य की गुणवत्ता बढ़ाने का प्रयास हो : डॉ। दीपक तोष्णीवाल

पुणे  : समाचार ऑनलाइन – किसी भी क्षेत्र में काम करते समय हमें उस कार्य की गुणवत्ता बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। दायरे से बाहर सोचने का गुण आत्मसात करना चाहिए। हम जहां भी काम करते हैं, वहां बेहतर योगदान देने पर ध्यान केंद्रित करना जरूरी है। यह राय रोटरी क्लब ऑफ पुणे फॉर्च्यून के अध्यक्ष डॉ। दीपक तोष्णीवाल ने व्यक्त की। सूर्यदत्ता ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट के सूर्यदत्ता इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड मास कम्यूनिकेशन (एसआईएमएमसी) के दसवें दीक्षांत (पदवी-प्रदान) समारोह में वे बोल रहे थे।
इस अवसर पर तनाव प्रबंधन सलाहकार व बीएनआई पुणे की प्राची देशपांडे, सूर्यदत्ता ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट के संस्थापक अध्यक्ष डॉ। संजय चोरड़िया, उपाध्यक्षा सुषमा चोरड़िया, विभाग प्रमुख प्रा। खुशाली ओझा आदि उपस्थित थे। इस दौरान छात्र विशाल चोंडे (प्रथम), श्रेष्ठा रॉय (द्वितीय) व कुणाल सराफ (तृतीय) को मेडल व प्रमाणपत्र प्रदान किये गये।
शैक्षिक जीवन का त्याग व्यावसायिक जीवन में सफलता दिलाता है ः डॉ। चोरड़िया
डॉ। संजय चोरड़िया ने कहा कि स्वयं द्वारा चुने गये क्षेत्र में बतौर पेशेवर पहचान बनाने का प्रयास करना चाहिए। मूल्यों पर विश्वास रखते हुए निरंतर सीखने की अभिलाषा रखनी चाहिए। सूर्यदत्ता संस्था द्वारा विद्यार्थियों को मूल्यों पर आधारित व आधुनिक शिक्षा देने पर जोर दिया जाता है। इसी के तहत् आईआईएमबीएक्स, एआईएमए, इनोवेशननेक्स्ट, गूगल आदि संस्थाओं से समझौते किये गये हैं। शैक्षिक जीवन का त्याग व्यावसायिक जीवन में सफलता दिलाता है। आज के युवकों को उद्यमिता की ओर मुड़ने हेतु प्रयास करना चाहिए।
प्राची देशपांडे ने कहा कि तनाव का प्रबंधन करने के साथ ही काम व दैनिक जीवन में संतुलन साधने आना चाहिए। तनाव की स्थिति में भी रास्ता निकालने की कला से अवगत होना चाहिए। प्रा। खुशाली ओझा ने खुशहाल व सफल जीवन जीने के नुस्खे बताए। प्रा। चारुशीला मोहिती ने धन्यवाद ज्ञापित किया।