संगठन मंत्री की अगुवाई में पुराने भाजपाइयों का अनशन वापस

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन

संगठन मंत्री रवि अनासपुरे के आश्वासन के बाद अनशन पर बैठे पुराने भाजपाइयों ने गन्ने का रस पीकर अपना अनशन वापस लिया। हांलाकि स्थानीय नेताओं को लेकर उनमें रहा आक्रोश कहीं कम होता नजर नहीं आया। अनासपुरे ने अनशनकारियों को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रावसाहेब दानवे के साथ बैठक कराने का भरोसा दिलाया, साथ ही मोबाईल पर उनकी बात भी कराई। इसके बाद उन्होंने अपना अनशन वापस लिया।

पिंपरी चिंचवड़ मनपा के क्षेत्रीय कार्यालय समितियों के स्वीकृत सदस्यों के चुनाव में पुराने निष्ठावानों को मौका न दिए जाने से नाराज होकर भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने सुबह से अनशन शुरू किया था। पिंपरी चौक स्थित डॉ बाबासाहेब आम्बेडकर स्मारक के पास किये गए इस अनशन में बालासाहेब मोलक, संतोष तापकिर, शेखर लांडगे, अजय पाताडे, दत्ता तापकिर, पोपट हजारे, दिलीप गोसावी, सचिन कालभोर, माउली गायकवाड़ राजू वायसे, बाबा परब आदि शामिल रहे।

इस अनशन से पार्टी की छवि मलिन हो रही है, बताकर संगठन मंत्री रवि अनासपुरे ने सुबह फोन पर अनशनकारियों से संवाद साधा, मगर वे अपनी भूमिका पर कायम रहे। इसके बाद वरिष्ठ नगरसेवक और पदाधिकारियों की एक समन्वय समिति ने अनशनकारियों से बातचीत की। शाम में शहराध्यक्ष व विधायक लक्ष्मण जगताप भी यहाँ पहुंचे। उनके साथ अनशनकारियों की जोरदार बहस हुई, इसी दौरान पार्टी प्रवक्ता अमोल थोरात और अनशनकारी बालासाहेब मोलक के बीच जोरदार विवाद हुआ। जगताप के बैरंग लौटने के बाद अनशन समाप्त कराने के लिए संगठन मंत्री अनासपुरे यहाँ पहुंचे। पुराने भाजपाइयो के मसले पर प्रदेशाध्यक्ष रावसाहेब दानवे के साथ बैठक कराने का भरोसा दिलाते हुए अनशनकारियों की उनसे बात भी कराई। तब कहीं जाकर उनके तेवर नरम पड़े मगर स्थानीय विधायकों के प्रति उनमें रहा गुस्सा कहीं कम होता नजर नहीं आया। हांलकि अनासपुरे के हाथों गन्ने का रस पीकर उन्होंने अपना अनशन वापस लिया। नगरसेवक मोरेश्वर शेडगे, माउली थोरात, वरिष्ठ नेता सुरेश गादिया आदि उनके साथ थे।