किसानों को लूट रहे बैंकों और कंपनियों के दफ्तर मुंबई में बंद करा दिए जाएंगे : उद्धव ठाकरे 

औरंगाबाद : समाचार ऑनलाईन – शिवसेना के 53वें स्थापना दिवस के दो दिन बाद पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शनिवार को सितंबर-अक्टूबर में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों के लिए शंखनाद कर दिया। शनिवार को वह औरंगाबाद और नासिक के दौरे पर निकले। यहां अपने भाषणों में इरादा साफ कर दिया कि वह लड़ाई गांवों-किसानों की करेंगे लेकिन राजनीति की जमीन मुंबई होगी। औरंगाबाद में उद्धव ने कहा कि किसान संकट में हैं। सरकारी कर्जमाफी उन तक नहीं पहुंची है। औरंगाबाद के लासूर स्थित प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना दफ्तर में उद्धव ने कहा, इस योजना में जो झोल किए गए, धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं। 

बीमा कंपनियों के एजेंट किसानों को लूट रहे हैं। अब इन कंपनियों को जो भाषा समझ आती है, हम उसी में बात करेंगे। अगर, किसानों के साथ अन्याय हुआ तो इन बैंकों और कंपनियों के दफ्तर मुंबई में बंद करा दिए जाएंगे। कई किसानों को कर्ज माफी पत्र मिलने के बाद भी बैंकों से कर्ज माफी नहीं मिली है। उद्धव ने कहा कि किसानों को कर्ज माफी नहीं कर्ज मुक्ति देनी है। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बात करेंगे।

फिफ्टी-फिफ्टी से कम नहीं
 शिवसेना ने साफ कर दिया है कि वह राज्य की 288 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के फिफ्टी-फिफ्टी फार्मूले से कम पर तैयार नहीं होगी। भाजपा की तरफ से 135-135-18 का फार्मूला बढ़ाया जा रहा है। जिसमें दोनों पार्टियां 135-135 पर लड़ें और 18 पर चार सहयोगी छोटे दल। इसमें भाजपा ने इन दलों के आगे यह भी प्रस्ताव रखा है कि अपने उम्मीदवार उसके पार्टी चिह्न कमल पर लड़वाएं। शिवसेना को इस पर आपत्ति है। उद्धव ने पार्टी के नेताओं से कहा है कि भले भाजपा से गठबंधन है परंतु सभी 288 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी रखनी है।

भगवा पर जोर
शिवसेना ने हिंदुत्व के प्रतीक भगवा को नया मंत्र बनाया है। शिवसेना का नया नारा, माझा महाराष्ट्र, माझा भगवा (मेरा महाराष्ट्र, मेरा भगवा) है। पार्टी राज्य में 14 से 27 जुलाई भगवा पखवाड़ा मनाएगी। सूत्रों के अनुसार शिवसेना किसी भी तरह अगली बार मुख्यमंत्री पद पर दावा छोड़ने को राजी नहीं है। उद्धव ने कार्यकर्ताओं से कहा है कि राज्य में मुकाबला सिर्फ कांग्रेस-एनसीपी से ही नहीं भाजपा से भी है, जिसने पिछले विधानसभा चुनाव में गठबंधन तोड़ लिया था। अत: इस बार भाजपा से ज्यादा सीटें लानी हैं क्योंकि जिसकी अधिक सीटें होंगी, मुख्यमंत्री उसी का होगा। ऐसे में शिवसेना पूरी ताकत लगाने की तैयारी में है। राज्य में पार्टी के एक लाख शाखा प्रमुख नियुक्त करने पर काम चल रहा है।