अवैध बालू उत्खनन पर बारामती क्राइम ब्रांच ने छापा मारकर 12 लोगों को गिरफ्तार किया

Baramati Crime Branch

यवतमाल : समाचार ऑनलाइन – पुणे जिले के यवत तहसील के कागांव में भीमा नदी से अवैध रूप से बालू उत्खनन पर क्राइम ब्रांच की टीम ने छापा मारा. पुलिस ने यहां से 93 लाख रुपए का माल बरामद कर 12 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया. राज्यभर की तहसील अधिकारियों को बालू माफियाओं द्वारा जानलेवा हमला किया जा रहा है. ऐसे में बारामती पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की तारीफ की जा रही है.

इस मामले में यवत पुलिस ने दत्तात्रेय गोंविद नानखिले, मनोज गोविंद नानखिले, राहुल येडे, बाप्पू मावलदार, मोहन मरल, बालासाहेब भोसले, भाऊ फडके, नाना गवली, अंकुश गवली, (सभी नि. गार, तहसील-दौंड), विशाल बाबासाहेब मुंडेकर (नि. मुंढेकरवाड़ी, तहसील- श्रीगोंदा, जिला-अहमदाबाद), दिनेश बालासो फड़के (नि. कानगांव, तहसील-दौंड), आरद मंजू आलम (नि. कटघरा, कानगांव, झारखंड) व अन्य साथियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.

राज्य में अवैध तरीके से बालू उत्खनन करके बिक्री की जाती है. इससे करोड़ों रुपए का कारोबार किया जाता है. सरकार को अंधेरे में रखकर बालू का उत्खनन किया जाता है. बालू के उत्खनन को रोकने के लिए तहसील कार्यालयों को आदेश दिए गए है. लेकिन राज्य के कई हिस्सों में तहसीलदारों और उनकी टामों पर बालू माफियाओं द्वारा जानलेवा हमला किया जा रहा है. इस बीच यवत तालुका के कानगांव और भीमा नदी के किनारे बड़ी मात्रा में बालू मिलने की जानकारी अपर पुलिस अधीक्षक जयंत मीना को मिली थी. इसके अनुसार जानकारी की सत्यतता की जांच की करने का आदेश बारामती क्राइम ब्रांच के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर चंद्रशेखर यादव व उनकी टीम को दी गई.
मिली जानकारी के अनुसार यवत पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारियों को लेकर बारामती क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने छापा मारा.

उस वक्त बालू उत्खनन करके बगैर कोई नीलामी किए गैरकानूनी रूप से बोरी में बालू भरकर ट्रैक्टर्स और ट्रक के जरिये चोरी करने की जानकारी सामने आई है. पुलिस ने घटनास्थल से चार फाइबर लोहे की बड़ी नावे, चार छोटी नाव, दो ट्रक, दो जेसीबी, तीन ट्रैक्टर और 10 ब्रांस बालू सहित कुल 93 लाख 30 हजार रुपए का माल जब्त किया गया. जबकि 12 लोगों को कस्टडी में यवत पुलिस के हवाले कर दिया गया. यह कार्रवाई पुलिस सब-इंस्पेक्टर चंद्रशेखर यादव, पुलिस सब-इंस्पेक्टर पदमराज गंपले, सुरेंद्र वाघ, संदीप जाधव, स्वप्निल अहिवले, शर्मा पवार, विशाल जावले व राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने की है.

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