बेटी या पत्नी नहीं भैय्यू महाराज ने अपने सेवक को सौंपी संपत्ति की जिम्मेदारी

इंदौर। पुणे समाचार ऑनलाइन

खुद को गोली मारकर खुदकुशी करने के बाद अध्यात्मिक गुरु भैय्यू महाराज का बुधवार को अंतिम संस्कार किया जाना है। उनका पार्थिव फिलहाल अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है, जहाँ उनके भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। हालांकि अब सबके मन में एक ही सवाल कौंध रहा है कि आखिरकार भैय्यू महाराज ने अपनी बेटी या पत्नी की बजाय उनके पूरे कामकाज और सम्पत्ति की जिम्मेदारी अपने किसी सेवक को क्यों सौंपी?

भैय्यू महाराज की खुदकुशी केस में नया मोड़ तब आया, जब मध्य प्रदेश के डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्रा ने दावा किया है कि भैय्यू महाराज सुसाइड नोट में अपने सेवक को कामकाज और फाइनेंस का जिम्मा सौंप कर गए हैं। पुलिस को जो सुसाइड नोट मिला है, उसके दुसरे पन्ने में सेवक विनायक का जिक्र है। उसमे लिखा है कि विनायक ही उनके बाद सारे कामकाज और फाइनेंस देखेगा। डीआईजी के इस दावे पर सवाल उठ रहा है कि भरा पूरा परिवार रहते हुए भैय्यू ने सेवक को इतनी बड़ी जिम्मेदारी क्यों दी?

फिलहाल लोग भैय्यूजी के अंतिम दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। दोपहर एक बजे सयाजी मुक्ति धाम पर अंतिम संस्कार होगा।भैय्यू महाराज ने पिछले साल 49 की उम्र में मध्यप्रदेश के शिवपुरी की डॉ. आयुषी शर्मा के साथ दूसरी शादी की थी। दरअसल उनकी पहली पत्नी माधवी की नवंबर 2015 में मौत होने के बाद बेटी कुहू का ख्याल रखने के लिए ही ये शादी की थी। उनके परिवार में उनकी पत्नी आयुषी और बेटी कुहू हैं। दूसरी पत्नी और बेटी की आपस में कभी नहीं जमी। दोनों में अक्सर विवाद होते थे, भैय्यू महाराज के खुदकुशी के पीछे यह पारिवारिक विवाद जिम्मेदार बताया जा रहा है।