भारत बंद: पुणे में मिलाजुला और पिंपरी चिंचवड़ में बेअसर रहा बंद 

पिंपरी। संवाददाता

पेट्रोल, डीजल और घरेलू गैस की दामवृद्धि के खिलाफ कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने सोमवार को भारत बंद के ऐलान किया था। पुणे शहर और जिले में इसका मिलाजुला असर दिखाई दिया। जबकि पिंपरी चिंचवड़ शहर यह बन्द पूरी तरह से बेअसर नजर आया। पुणे में कुछ जगहों पर बंद को हिंसक रूप मिला। कई जगहों पर बसों पर पथराव जैसी घटनाएं घटी। पिंपरी चिंचवड़ में मात्र हाइवे रोकने की कोशिश और प्रदर्शन के अपवाद छोड़ बंद का प्रभाव पूरी तरह से बेअसर रहा।

केंद्र और राज्य की सत्ताधारी भाजपा सरकार के खिलाफ ईंधन दरवृद्धि और महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस ने सभी विपक्षी दलों को एकजुट कर भारत बंद का ऐलान किया था। साथ ही जनता से भी इसमें शामिल होने की अपील की थी। महाराष्ट्र में शिवसेना छोड़ अन्य सभी विपक्षी दल इसमें शामिल हुए। यहां तक कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) भी इससे दूर नहीं रही। मनसे के बंद में शामिल होने से पुणे, पिंपरी चिंचवड़ समेत समूचे राज्य में आंदोलन को आक्रामक रूप मिला।

पिंपरी-चिंचवड : भारत बंद की पृष्ठभूमि पर मनसे का अनोखा आंदोलन[amazon_link asins=’B00MIFJMZE,B00BON6XX0,B00MIFIYVM’ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’217e7bbf-b4f3-11e8-a358-a74c08410f4b’]

दोपहर तक एसटी और पीएमपीएमएल की बस सेवाओं पर खास असर नजर नहीं आया। हालांकि कुछ जगहों पर पथराव की घटनाओं ने यात्री संख्या को जरूर प्रभावित किया। पुणे में एसटी के स्वारगेट, शिवाजीनगर, पुणे स्टेशन और पिंपरी चिंचवड़ में वल्लभनगर डिपो से बसें रोजाना की तरह समय पर रही। पीएमपीएमएल की बसें मात्र देर- सबेर ही दौड़ती रही। पुणे के लक्ष्मी रोड पर कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेताओं ने घोड़ागाड़ी से यात्रा कर ईंधन दरवृद्धि का निषेध किया।

बढ़ती पेट्रोल की कीमत को लेकर परभणी में ‘रेल-रोको’ आंदोलन

मनसे ने भले ही भारत बंद में शामिल होकर कांग्रेस का साथ दिया मगर प्रदर्शन, आंदोलन में उसने अपना अलग वजूद बनाये रखा। जहां पुणे में दोनों कांग्रेस नेताओं की एकजुटता के साथ विपक्षी दलों का शक्ति प्रदर्शन का एहसास हुआ वहीं पिंपरी चिंचवड़ में विपक्ष निष्प्रभ नजर आया। कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस, समाजवादी पार्टी समेत कई विपक्षी दल व संस्था- संगठनों ने पिंपरी चौक में प्रदर्शन किया। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हाइवे रोकने की नाकाम कोशिश भी की मगर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। वहीं मनसे के शहराध्यक्ष सचिन चिखले के नेतृत्व में पिंपरी ग्रेड सेपरेटर में पुणे- मुंबई हाइवे रोक दिया गया। पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं द्वारा हाइवे पर लेटकर आंदोलन किये जाने से पुलिस भी अचंभित रह गई।

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भारत बंद का कहां क्या रहा असर
कुमठेकर रोड पर मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा सुबह पीएमपीएमएल की बस पर पथराव किए जाने से पुणे में बंद को हिंसक मोड़ मिला। मनसे के नगरसेवक साईनाथ बाबर के नेतृत्व में एनआईबीएम रोड बंद किया गया। कोरेगांव पार्क में भी रास्ता रोको किया गया। वहीं लुल्लानगर में भी मनसे कार्यकर्ताओं ने 6 से 8 बसों पर पथराव किया। अलका टाकीज चौक में भी एक बस पर पथराव की खबर है। औंध, लक्ष्मी रोड में बंद का असर दिखाई दिया। उंड्री में बिशप स्कूल ने विद्यार्थियों को छुट्टी घोषित कर दी। कैलम स्कूल की पार्क की गई बसों पर पथराव की खबर है। बाजीराव रोड और बीटी कवडे रोड पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दुकानों को बंद कराया। पुणे- सातारा रोड,लक्ष्मी रोड समेत कई जगहों पर पेट्रोल पंप बन्द रहे। कोंढवा के ज्योती चौक, हिंगणे चौक में काँग्रेस का आंदोलन हुआ। रविवार पेठ, कसबा पेठ, गुरुवार पेठ पूरी तरह से बंद रहे, टिंबर मार्केट में मिलाजुला असर रहा वहीं मार्केटयार्ड में सभी व्यवहार शुरू रहे। पिंपरी चिंचवड़ में मात्र बन्द पूरी तरह से बेअसर नजर आया।