भीमा कोरेगांव हिंसा: संदिग्ध गिरफ्तारियों के मामले में सुनवाई पूरी

पुणे। समाचार एजेंसी

भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में पुणे पुलिस द्वारा की गई पांच संदिग्ध गिरफ्तारियों के मामले की सुनवाई पूरी हो गई है। पांचों कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के खिलाफ लगी याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है, जिसके अगले सप्ताह आने की उम्मीद है। कोर्ट के फैसले तक सभी कार्यकर्ताओं का हाउस अरेस्ट जारी रहेगा। गौरतलब है कि पुणे पुलिस ने भीमा कोरेगांव हिंसा की जांच के सिलसिले में हैदराबाद में वरवर राव, दिल्ली में गौतम नवलखा, हरियाणा में सुधा भारद्वाज और महाराष्ट्र में अरुण फरेरा और वेरनोन गोंजैल्वस को गिरफ्तार किया हैै।

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इन गिरफ्तारियों के खिलाफ दायर की गई याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने पिछली सुनवाई में इन कार्यकर्ताओं की गिरफ्तार पर रोक लगाते हुए घर में ही नजरबंद रखने का आदेश दिया था। इन कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए मशहूर इतिहासकार रोमिला थापर और चार अन्य लोगों ने याचिका दायर की है। इस पर प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच के समक्ष गुरुवार को सुनवाई पूरी हुई। इस मामले में कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखने के साथ ही फैसले तक इन कार्यकर्ताओं को नजरबंद रखने का आदेश दिया। माना जा रहा है कि अगले सप्ताह में इस मामले का फैसला सुनाया जा सकता है।

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