टालगांव चिखली में संतपीठ का भूमिपूजन

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन –  अध्यात्म और आधुनिकता के संगम से शिक्षा देने के लिहाज से पिंपरी चिंचवड मनपा द्वारा टालगांव चिखली में संत तुकाराम महाराज संतपीठ के निर्माण की महत्वाकांक्षी परियोजना चलाई जा रही है। यहां माध्यमिक स्कूल के लिए आरक्षित एक हेक्टर 80 गुंठा जमीन मनपा को देने के लिए राज्य सरकार ने मंजूरी दी है। यह संतपीठ निवासी स्वरुप का है जहां संत साहित्य पर आधारित प्राथमिक से उच्च शिक्षा दी जाएगी। इसमें होस्टल, सभागृह, अध्ययन वर्ग आदि सुविधाओं का समावेश होगा। रविवार को संत तुकाराम महाराज के वंशज पुंडलिक महाराज देहूकर के हाथों इस संतपीठ का भूमिपूजन किया गया।
विधायक महेश लांडगे ने 2016 में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में भोसरी विधानसभा क्षेत्र का विजन 2020 संकल्प किया था। इसमें अध्यात्म औऱ आधुनिक शिक्षा का समन्वय साधने के लिए संतपीठ की संकल्पना भी शामिल थी। आज इस परियोजना का शिलान्यास किया गया और इसे गति दी गई। इस तरह का समन्वय साधने वाला यह महाराष्ट्र का पहला और देश का दूसरा शैक्षिक संस्थान है, यह दावा मनपा की ओर से किया गया है। इस समारोह में चहुंओर के हरिभक्त पारायण मंडलियों ने सुबह भजन करने के बाद नामस्मरण किया। इसके बाद भूमिपूजन समारोह संपन्न हुआ।
संतपीठ के निदेशक और संत अभ्यासक डॉ. सदानंद मोरे ने इस समारोह में कहा कि, भारतीय संतों ने शांति का संदेश दिया है। हमारे पास सभी संतों के ग्रँथरूपी बौद्धिक भंडार उपलब्ध है। इसके जरिए हम पूरे विश्व को शांति का संदेश पहुंचा सकेंगे। इसमें संतपीठ बड़ा मददगार साबित होगा। इस संतपीठ के जरिये भारतीय संतों के विचार समस्त विश्व में पहुँचाया जा सकेगा। इसके लिए इसे वैश्विक स्तर का बनाने की कोशिशें जारी हैं। विधायक लक्ष्मण जगताप ने इस परियोजना को लेकर जारी आरोपों पर टिप्पणी की कि, अच्छे काम में आरोप-प्रत्यारोप, टीका- टिप्पणी होती ही है। उसे नजरअंदाज कर आगे बढ़ना चाहिए। इस भूमिपूजन समारोह में माउली महाराज के 17वें वंशज माउली महाराज नामदास, विधायक महेश लांडगे, उद्योगनगरी के महापौर राहुल जाधव, पूर्व महापौर नितीन कालजे, राजू महाराज ढोरे, स्वाती मुले, तानाजी शिंदे, आलंदी देवस्थान वारकरी शिक्षण संस्था के विश्वस्त दिनकर शास्त्री भुकेले, आलंदी देवस्थान के विश्वस्त अभय तिलक आदि उपस्थित थे।