बड़ी खबर: 10वीं का रिजल्ट जून में, 9वीं-10वीं के सिलेबस पर मूल्यांकन, 11वीं प्रवेश प्रक्रिया भी तय

मुंबई: ऑनलाइन टीम- स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने दसवीं कक्षा का परिणाम कैसे निकलेगा, इसके मानदंडों की घोषणा की है। वर्षा गायकवाड़ ने दसवीं कक्षा के परिणामों के मानदंडों की घोषणा करते हुए कहा है कि दसवीं कक्षा के परिणाम जून के अंत तक घोषित किए जाएंगे। जो छात्र परिणाम से संतुष्ट नहीं होंगे, उनके लिए ग्रेड सुधार योजना के तहत दो अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों की सुरक्षा के लिए हमने सभी छात्रों को 10वीं उत्तीर्ण करने का फैसला लिया है। 11वीं प्रवेश के लिए आने वाले समय में ऑनलाइन सीईटी आयोजित की जाएगी।

सरकार ने जारी किया जीआर

महाराष्ट्र सरकार के शिक्षा विभाग ने 10वीं की परीक्षा को लेकर सरकार ने फैसला जारी किया है। दसवीं कक्षा की परीक्षा का रिजल्ट लगाने के लिए मानदंडों की घोषणा आज की गई। इस वर्ष के 10वी मूल्यांकन के संदर्भ में आज GR निकाला गया है। कोरोना ने शिक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती पेश की। ऑनलाइन ऑफलाइन लर्निंग पिछले साल शुरू हुई थी। दसवीं कक्षा की परीक्षा रद्द करने का निर्णय कैबिनेट ने लिया था। पिछले साल नौवीं कक्षा के छात्र इंटरनल मूल्यांकन के आधार पर उत्तीर्ण हुए थे। शिक्षा क्षेत्र के अधिकारियों, अभिभावकों, प्रधानाध्यापकों के साथ 24 बैठकें हुई, यह जानकारी वर्षा गायकवाड ने दी।

दसवीं परीक्षा के रिजल्ट के लिए मानदंड

वर्ष का लिखित मूल्यांकन – 30 अंक

10वीं के होमवर्क, मौखिक या प्रैक्टिकल – 20 अंक

नौवीं के विषयवार अंक – 50 अंक

10वीं के रिजल्ट कैसे लगाए जाएंगे?

स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 10वीं का रिजल्ट देते समय 9वीं और 10वीं के लिए संशोधित मूल्यांकन योजना सरकारी निर्णय 08 अगस्त 2019 के अनुसार मूल्यांकन तैयार किया गया है। छात्रों का परिणाम 100 अंकों का होगा। शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के लिए 10वीं परीक्षा का अंतिम परिणाम निम्नलिखित मानदंडों के आधार पर घोषित किया जाएगा।

  1. छात्रों को 10वीं के पूरे वर्ष में इंटरनल लिखित मूल्यांकन के लिए 30 अंक दिए जाएंगे।
  2. छात्रों को 10वीं के गृहकार्य/मौखिक परीक्षा/प्रैक्टिकल परीक्षा के आधार पर 20 अंक दिए जाएंगे।
  3. छात्रों के 9वीं के अंतिम परिणाम में विषयवार प्राप्त अंकों में से 50 अंकों के रूप में दिए जाएंगे।

10वीं के मानदंड जारी करते हुए हमें एक बात ध्यान में रखना चाहिए। वो ये कि पिछले साल 9वीं का रिजल्ट इंटरनल मूल्यांकन के अनुसार लगाया था। छात्र की जानकारी पोर्टल पर उपलब्ध है।

परिणाम से संतुष्ट नहीं होने वाले छात्रों के लिए दो मौके

2020-21 का 10वीं का रिजल्ट कोरोना संक्रमण की वजह से नए मापदंड के आधार पर निकाले जाएंगे। महाराष्ट्र सरकार जून के अंत तक परिणाम घोषित करने की कोशिश कर रही है। वर्षा गायकवाड ने बताया कि ग्रेड सुधार योजना के तहत कोरोना की स्थिति सामान्य होने के बाद रिजल्ट से असंतुष्ट छात्रों को दो अवसर प्रदान किए जाएंगे।

रिजल्ट नियमन के लिए समिति

छात्र के रिजल्ट को रेगुलेट करने के लिए स्कूल स्तर पर सात सदस्यीय समिति होगी। इसके बाद विभागीय स्तर पर परिणाम का सत्यापन किया जाएगा। कहीं भी गड़बड़ी होने पर उनके ऊपर कार्रवाई की जाएगी। परिणाम जून 2021 के अंत तक घोषित किए जाएंगे। यह प्रक्रिया सभी छात्रों पर लागू होंगे।

ग्यारहवीं प्रवेश के लिए ऑनलाइन सीईटी परीक्षा

वर्षा गायकवाड़ ने यह भी कहा कि 11वीं में प्रवेश के लिए ऑनलाइन सीईटी परीक्षा आयोजित की जाएगी। सभी छात्रों को समान अवसर देने के लिए एक वैकल्पिक सीईटी परीक्षा आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा राज्य बोर्ड के दसवीं के सिलेबस पर निर्भर रहेगी। ग्यारहवीं प्रवेश प्रक्रिया के दौरान सामान्य प्रवेश परीक्षा में बैठने वाले छात्रों को वरीयता दी जाएगी। इसके बाद जिन छात्रों को प्रवेश नहीं मिलेगा, उन्हें जूनियर कॉलेजों में खाली सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 11वीं में प्रवेश के लिए सीईटी लेने का निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि राज्य में विभिन्न बोर्डों के इंटरनल मूल्यांकन के तरीके अलग-अलग हैं।

12वीं की परीक्षा के संदर्भ में क्या फैसला?

12वीं की परीक्षा के संदर्भ में सीबीएसई से चर्चा कर रहे हैं। कोरोना काल में छात्रों का स्वास्थ्य और सुरक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता है। केंद्र को टीकाकरण के लिए पहल करनी चाहिए। महाराष्ट्र में सीबीएसई बोर्ड के 25,000 छात्र हैं और राज्य बोर्ड में 14 लाख छात्र हैं। उनकी सुरक्षा का ध्यान में रखना जरूरी है, ऐसा वर्षा गायकवाड ने कहा।