भाजपा- शिवसेना गठबंधन टूटने में अभी बाकी है और चार माह का वक्त

राष्ट्रवादी कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल की भविष्यवाणी

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन

पालघर उपचुनाव के नतीजे सामने आते ही शिवसेना सत्ता से बाहर निकल जाएगी, ऐसे कयास लगाए जा रहे थे। मगर शिवसेना हाइकमान उद्धव ठाकरे ने बीते दिन ऐसी कोई भूमिका जाहिर नहीं की। इसके चलते शिवसेना सत्ता से चिपकी रहेगी, इस तरह की टिप्पणियां की जा रही है। इसी बीच शुक्रवार को पिंपरी चिंचवड़ पधारे राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल ने एक संवाददाता सम्मेलन में भविष्यवाणी कर दी है कि, शिवसेना- भाजपा का गठबंधन टूटने में अभी और चार माह का वक्त बीतेगा। हांलाकि ऐसा होने पर भी एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी के तौर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस शिवसेना के साथ हाथ नहीं मिलाएगी, यह भी उन्होंने स्पष्ट किया।

लोकसभा की पालघर व भंडारा-गोंदिया सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों की पृष्ठभूमि पर पाटिल ने कहा कि, भंडारा- गोंदिया की तरह पालघर में भी विपक्ष को कामयाबी मिलती, बशर्ते सभी विपक्षी दल एकजुट होते। विपक्षी दलों को मिले वोटों पर गौर करें तो भाजपा से ज्यादा वोट विपक्ष को मिले हैं। कांग्रेस का प्रत्याशी न होता तो शिवसेना जीत जाती। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की साम-दाम-दंड-भेद की नीति और घोषणा ने भाजपा को सफलता दिलाई है। हांलाकि अब जनमत भाजपा के खिलाफ जाने लगा है, यह कल के नतीजों से साबित हो गया है। बढ़ती महंगाई ने आमजनों की कमर तोड़ दी है, सरकार हर स्तर पर नाकाम साबित हो रही है। लोगों में इस बात को लेकर भारी नाराजगी है, जो इन उपचुनावों में उभर कर सामने आया।