बसपा सुप्रीमो मायावती ने उठाई अार्थिक आरक्षण की मांग

नई दिल्ली। समाचार ऑनलाइन
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने आर्थिक आरक्षण का मुद्दा उठाया है। मायावती ने केंद्र सरकार से सर्वसमाज में से ऊंची जातियों व मुस्लिम एवं अन्य धार्मिक अल्पसंख्यक समाज के गरीबों को आर्थिक आधार पर अलग से आरक्षण देने की मांग की है। पार्टी ने कहा कि यदि इस संबंध में सरकार संसद में संविधान संशोधन विधेयक लाती है तो वह इसका पुरजोर समर्थन करेगी।
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बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अपने बयान में कहा, हमारी पार्टी सर्वसमाज में से ऊंची जातियों व मुस्लिम एवं अन्य धार्मिक अल्पसंख्यक समाज के गरीबों को भी आर्थिक आधार पर अलग से आरक्षण देने के लिए संविधान संशोधन के पक्ष में रही है और इसके लिए काफी पहले से प्रयासरत भी रही है।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में बसपा द्वारा कई बार संसद में व संसद के बाहर भी जोरदार मांग की गई है। उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने केंद्र सरकार को चिट्ठी भी लिखी थी। अगर केंद्र की सरकार हमारी मांग पर अमल करते हुए ठोस कदम उठाकर संसद में संविधान संशोधन विधेयक लाती है तो हमारी पार्टी इसका पुरजोर समर्थन करेगी, ताकि सर्वसमाज में से अपरकास्ट समाज व मुस्लिम एवं अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के गरीबों को भी आगे बढ़ने का कुछ मौका मिल सके।
मुस्लिम वोट बैंक के लिए दांव
 
बता दें कि आर्थिक आरक्षण देने का मुद्दा बसपा ने यूं ही नहीं उठाया है। बसपा की निगाह उत्तरप्रदेश के मुस्लिम वोट बैंक पर है। मायावती को भरोसा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में मुस्लिम भाजपा को हराने के लिए बसपा का साथ देने का मन बना सकता है। इसलिए बसपा मुस्लिमों को लुभाने के लिए वह हर जतन कर रही हैं।